वाटर पालक: स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक सुपरफूड

saurabh pandey
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बदलती जीवनशैली और खानपान के बीच, स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके समाधान के लिए लोग अब प्राकृतिक और पौष्टिक खाद्य पदार्थों की ओर लौट रहे हैं। इसी कड़ी में एक अनदेखी सब्जी “वाटर पालक” (इपोमोआ एक्वाटिका) ने अपनी जगह बनाई है। यह हरी पत्तेदार सब्जी न केवल फोलिक एसिड का प्रमुख स्रोत है, बल्कि बीटा कैरोटीन, विटामिन ई, आयरन और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भी भरपूर है। यह पौधा एशिया के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है, खासतौर से दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में इसे व्यावसायिक रूप से उगाया जाता है।

वाटर पालक: पोषण का खजाना

वर्ल्ड वेजिटेबल सेंटर के अनुसार, वाटर पालक के पोषक तत्वों में फोलिक एसिड की अधिकता इसके प्रमुख स्वास्थ्य लाभों में से एक है। यह विटामिन बी9 का एक प्राकृतिक स्रोत है, जो शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण और मरम्मत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए यह अत्यंत फायदेमंद है, क्योंकि यह अजन्मे शिशु को न्यूरल ट्यूब दोष जैसे गंभीर समस्याओं से बचाने में सहायक होता है। इसके अलावा, यह सब्जी अवसाद और स्ट्रोक जैसी मानसिक बीमारियों के जोखिम को भी कम करती है।

लीवर और हृदय के लिए वरदान

फूड एंड केमिकल टॉक्सिकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, वाटर पालक का सेवन लीवर और हृदय के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसके पत्तों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में जहरीले पदार्थों को निष्क्रिय करने और यकृत को बाहरी बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। आयुर्वेद में, वाटर पालक का उपयोग पीलिया और अन्य लीवर संबंधित बीमारियों के इलाज में भी किया जाता है। इसके रासायनिक गुण हृदय को स्वस्थ रखते हैं और बाहरी आक्रमणों से बचाने में मदद करते हैं।

वाटर पालक का वैश्विक उपयोग

वाटर पालक न केवल एशिया में लोकप्रिय है, बल्कि अमेरिका और भारत जैसे देशों में भी इसे जंगली घास के रूप में उगाया जाता है। भारत में इसे “कलमी साग” के नाम से जाना जाता है, और मानसून के मौसम में धान के खेतों और तालाबों के किनारे इसे आसानी से पाया जा सकता है। यह पौधा प्राकृतिक रूप से जलमार्गों के किनारे पनपता है और इसे उगाना भी बेहद आसान है, क्योंकि इसे बहुत कम देखभाल की आवश्यकता होती है।

फोलिक एसिड से भरपूर आहार का महत्व

डॉक्टर और विशेषज्ञ अक्सर गर्भवती महिलाओं को फोलिक एसिड से भरपूर आहार लेने की सलाह देते हैं ताकि बच्चे के विकास में कोई बाधा न आए। इसके साथ ही, फोलिक एसिड अवसाद, स्ट्रोक, और याददाश्त में गिरावट जैसी समस्याओं से निपटने में भी सहायक होता है। दुनिया के कई देशों में, इसे अनाज, ब्रेड और अन्य खाद्य पदार्थों में मिलाया जाता है ताकि आम जनता तक इसके लाभ पहुंच सकें।

वाटर पालक एक प्राकृतिक सुपरफूड है, जो हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचा सकता है। यह न केवल शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है, बल्कि हृदय और यकृत को भी स्वस्थ बनाए रखता है। गर्भवती महिलाओं और मानसिक स्वास्थ्य के लिए इसका विशेष महत्व है। इसकी उपलब्धता और आसानी से उगाने की क्षमता इसे हर घर के लिए एक महत्वपूर्ण आहार बनाती है। अगर आप अपने आहार में इसे शामिल करते हैं, तो यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार ला सकता है।

वाटर पालक (इपोमोआ एक्वाटिका) एक अत्यधिक पौष्टिक सब्जी है, जो विशेष रूप से फोलिक एसिड से भरपूर है। यह सब्जी न केवल गर्भवती महिलाओं और उनके अजन्मे बच्चों के लिए फायदेमंद है, बल्कि अवसाद, स्ट्रोक, हृदय रोगों, और यकृत से संबंधित बीमारियों में भी लाभकारी साबित हो सकती है। अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण, यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और बाहरी बीमारियों से लड़ने में मदद करती है। दक्षिण-पूर्व एशिया में यह सब्जी व्यावसायिक रूप से उगाई जाती है, और भारत में इसे कई नामों से जाना जाता है। इसके स्वास्थ्य लाभों को देखते हुए, इसे आहार में शामिल करना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।

Source- amar ujala

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