दिल्ली हाई कोर्ट ने राजधानी में बढ़ते तापमान को लेकर चिंता व्यक्त की है। हाल ही में रिकॉर्ड किए गए 52.3 डिग्री तापमान को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने कहा कि यदि वर्तमान पीढ़ी जंगलों की कटाई के प्रति उदासीन रवैया जारी रखती है, तो वह दिन दूर नहीं जब शहर एक बंजर रेगिस्तान बन जाएगा।
पिछले बुधवार को राजधानी के मुंगेशपुर क्षेत्र में अधिकतम तापमान 52.3 डिग्री दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे अधिक तापमान है। न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला ने कहा कि इस तथ्य का न्यायिक संज्ञान लिया गया है। न्यायमूर्ति नजमी वज़ीरी, पूर्व हाई कोर्ट जज (वन अधिकारियों की आंतरिक विभागीय समिति के अध्यक्ष) ने बताया कि वे बुनियादी ढांचे की कमी के कारण अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर पा रहे थे। इस पर न्यायमूर्ति गेडेला ने कहा कि ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया जा सकता जहां अध्यक्ष अपने कार्यालय, सचिवालय और सहयोगी स्टाफ या परिवहन की कमी के कारण अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर सकते।
दो दिनों के लिए शाम को तेज हवा और बूंदाबांदी की संभावना
दिल्ली के लोग गर्मी की लहरों से किसी भी राहत की उम्मीद नहीं कर सकते। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों के लिए दिन में लू का सामना करना पड़ेगा, जबकि रात में धूल भरी हवाओं के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। रविवार को सफदरजंग मौसम केंद्र पर अधिकतम तापमान 42.3 डिग्री दर्ज किया गया। हीटस्ट्रोक से मौत की खबरें सामने आई हैं।