लखनऊ: उत्तर प्रदेश ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शनिवार को एक दिन में 36,51,45,477 पौधे रोपने का नया रिकॉर्ड स्थापित किया। यह अभियान योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें 36.50 करोड़ पौधों का लक्ष्य पूरा करने के साथ-साथ 1,45,477 अतिरिक्त पौधे रोपे गए।
पौधरोपण अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में कुकरैल नदी के तट पर की। इस अभियान में राज्य के 26 विभागों ने भाग लिया, और सभी सरकारी मंत्री व अधिकारियों ने विभिन्न जिलों में पौधों की रोपाई की। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सीतापुर में, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज और कौशाम्बी में, जबकि ब्रजेश पाठक ने उन्नाव और कानपुर देहात में पौधरोपण किया।
इस अभियान की सफलता पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर बधाई देते हुए इसे ‘नए भारत’ के ‘नए उत्तर प्रदेश’ की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ के आह्वान से जोड़ते हुए कहा कि यह रिकॉर्ड जनता की पर्यावरण संरक्षण के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अभियान की प्रभावशीलता को सुनिश्चित करने के लिए वन विभाग ने पौधरोपण मॉनिटरिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया, जो रियल टाइम में डेटा अपडेट करता रहा। इसके अलावा, वृक्षारोपण स्थलों की जियो-टैगिंग भी की गई, जिससे पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता बनी रही।
पौधरोपण के लिए विभिन्न सरकारी भूमि, किसानों की निजी भूमि, और नागरिकों द्वारा प्रदान की गई भूमि का उपयोग किया गया। इस अभियान से न केवल राज्य में हरित आवरण में वृद्धि होगी, बल्कि यह पर्यावरणीय विकास के लक्ष्यों की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा।
अभियान की योजना और क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि इसे पूरी पारदर्शिता और प्रभावी निगरानी के साथ संचालित किया जाए।
उत्तर प्रदेश के इस प्रयास ने अन्य राज्यों और संगठनों के लिए एक प्रेरणा का काम किया है, जो पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अपनी भागीदारी को बढ़ाने की दिशा में कदम उठा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश ने शनिवार को एक अभूतपूर्व सफलता हासिल की, जब योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक दिन में 36,51,45,477 पौधे लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। यह उपलब्धि राज्य के समर्पण और पूरी तरह से समन्वित प्रयासों का परिणाम है, जिसमें 26 विभागों और विभिन्न सरकारी अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
पौधरोपण अभियान की सफलता को देखते हुए, यह स्पष्ट हो गया है कि जब एक ठोस योजना और प्रभावी मॉनिटरिंग प्रणाली के साथ काम किया जाता है, तो बड़े लक्ष्यों को भी आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी ने इस अभियान को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
इस अभियान ने न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जन भागीदारी और सरकारी योजनाओं के सही क्रियान्वयन से बड़े पैमाने पर सकारात्मक परिवर्तन संभव हैं। इस तरह की पहलों से राज्य और देश के पर्यावरणीय लक्ष्यों को तेजी से पूरा किया जा सकता है, जिससे भविष्य में एक हरित और सतत विकास की दिशा में मजबूत आधार तैयार होगा।
source and data – दैनिक जागरण