नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में अगले पांच दिन लू का एक और दौर चलेगा। इस दौरान तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी। इससे पहले अप्रैल और मई के दौरान भी देश के विभिन्न हिस्सों तेज लू के कई दौर का सामना कर चुके हैं। इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा जैसे राज्य भी शामिल हैं।
मौसम विभाग ने सोमवार को एक बयान जारी कर बताया कि अगले पांच दिनों तक चलने वाली लू के इस दौर से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा एवं बंगाल के गंगा तटवर्ती इलाके प्रभावित हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक गर्मी का नैनों का प्रभाव है।
मुंबई में 50 मिमी वर्षा, गर्मी से राहत
मुंबई में मानसून के आगमन के साथ सोमवार सुबह तक 24 घंटों में मौसम में बदलाव देखने को मिला। इस दौरान 50 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई और तापमान में गिरावट से लोगों को राहत मिली। हालांकि जगह-जगह जलभराव होने से सड़क यातायात और रेल सेवाएं बाधित रहीं। मौसम विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र के तट पर अनुकूल परिस्थितियों के कारण मानसून दो दिन पहले रविवार को मुंबई पहुंच गया।
गोवा, महाराष्ट्र व कर्नाटक में वर्षा जारी रहने की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि गोवा व कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा एवं तटीय व उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में मंगलवार को भी वर्षा जारी रहने की संभावना है। मानसून के अगले दो दिनों में दक्षिण गुजरात से होकर देश के कुछ और हिस्सों में पहुंचने की स्थिति अनुकूल है।
अन्य प्रभाव
देश में बिजली की मांग को रिकॉर्ड 246 गीगावाट तक पहुंचा दिया है और घरों व कार्यालयों में एसी व कूलर पूरी क्षमता से चल रहे हैं। इसके कारण जल भंडारण की स्थिति पर भी असर पड़ा है। जगह-जगह भारी गर्मी ने पहले ही देश के जलाशयों में पानी की कमी हो गई है, जिससे खेती व पेयजल आपूर्ति पर भी काफी असर पड़ा है।