तितलियाँ बिना रुके महासागर पार कर गईं

saurabh pandey
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अफ्रीका में पाई जाने वाली पेंटेड लेडी तितलियाँ पहली बार अटलांटिक महासागर पार कर दक्षिण अमेरिकी देश फ्रेंच गुयाना पहुँचीं। इस दौरान लगभग 4,200 किलोमीटर की यात्रा की। वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में यह दावा किया है। इस शोध के निष्कर्ष हाल ही में नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं।

नारंगी और भूरे रंग के पंख वैज्ञानिकों के अनुसार, तितलियों की पहचान उनके नारंगी और भूरे रंग के पंखों से होती है, जिन पर काले और सफेद रंग के धब्बे होते हैं। बार्सिलोना के वैज्ञानिक क्लेमेंट बैटेल ने कहा कि इन तितलियों को अक्टूबर 2013 में फ्रेंच गुयाना बीच पर खोजा गया था।

ये तितलियाँ फ्रेंच गुयाना कैसे पहुँचीं, इसके बारे में शोधकर्ताओं ने बहुत सारे सबूत जुटाए। ऐसी यात्रा के बारे में पता चला वैज्ञानिकों ने सहारा रेगिस्तान से बहने वाली हवा की धाराओं का अध्ययन किया। उन्होंने पाया कि तितलियाँ हवा की मदद से सक्रिय उड़ान भरती हैं। इस विशाल यात्रा को पूरा करते हुए, वह बीच में नहीं रुकी। बैटेल के अनुसार, इस जांच में लगभग 11 साल लगे।

पेंटेड लेडी तितलियाँ

पेंटेड लेडी (Painted Lady) तितलियाँ, वैज्ञानिक नाम Vanessa cardui, प्राकृतिक सौंदर्य और विस्तार से जुड़ी उनकी अनोखी कहानी और महत्वपूर्णता को समझने में हमारे लिए एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करती हैं। ये तितलियाँ अपने रंगीन पंखों और व्यापक भ्रमण क्षमता के लिए प्रसिद्ध हैं, जिससे उन्हें विश्वभर में एक अद्वितीय स्थान प्राप्त है।

रंगों का जादू

पेंटेड लेडी तितलियाँ के पंखों की सुंदरता उनके प्रमुख विशेषता हैं। इनके पंख लगभग 5-9 सेमी तक लंबे होते हैं और इनमें नीले, काले, नारंगी, लाल और सफेद रंगों के विभिन्न रेखांकित पैटर्न होते हैं। ये तितलियाँ अपनी रंगीनता से न केवल आकर्षक दिखती हैं, बल्कि यह उनकी सुरक्षा और अभिवृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण होती है।

भ्रमण क्षमता

पेंटेड लेडी तितलियाँ की विशेषता उनकी दुनियाभर में लंबी यात्रा क्षमता है। इन तितलियों की सक्रिय यात्रा सूर्योदय और सूर्यास्त के समय पर स्थिर रहती है, जबकि वे अपने पोषण की तलाश में फूलों के पास जाती हैं। ये तितलियाँ अपने भ्रमण क्षमता के कारण विशेष रूप से पर्वतीय और स्थायी क्षेत्रों में पायी जाती हैं, लेकिन कई बार समुद्री तटों और आर्द्र वनस्पतियों पर भी उन्हें देखा गया है।

प्राकृतिक संतुलन का संरक्षक

पेंटेड लेडी तितलियाँ का अस्तित्व और उनकी भ्रमण क्षमता प्राकृतिक संतुलन के लिए महत्वपूर्ण हैं। इनकी व्यापक यात्रा के कारण वे फूलों के पोलिनेशन में मदद करती हैं और वनस्पति संरक्षण में भी योगदान देती हैं। इन तितलियों के अच्छे प्रबंधन द्वारा हम प्राकृतिक संतुलन और वन्यजीव संरक्षण को सुनिश्चित कर सकते हैं।

इस प्रकार, पेंटेड लेडी तितलियाँ न केवल अपनी रंगीनता और सुंदरता से हमें मोहित करती हैं, बल्कि इनकी भ्रमण क्षमता और प्राकृतिक संतुलन में उनका महत्वपूर्ण योगदान भी है। इन तितलियों की संरक्षा और प्रबंधन के माध्यम से हम उनकी सुरक्षा और उनके संजीवन में सहायक हो सकते हैं, जिससे वे हमारे प्राकृतिक परिवेश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनी रह सकती हैं।

सौरभ पाण्डेय

prakritiwad.com

source- हिन्दुस्तान समाचार पत्र

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