एमपॉक्स का बढ़ता प्रकोप: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने घोषित की वैश्विक स्वास्थ्य आपदा

saurabh pandey
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कोरोना महामारी से पूरी तरह उबरने से पहले ही, दुनिया एक नई स्वास्थ्य चुनौती का सामना कर रही है। एमपॉक्स के बढ़ते मामलों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चिंतित कर दिया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 14 अगस्त 2024 को इस बीमारी को वैश्विक स्वास्थ्य आपदा के रूप में घोषित किया।

स्वास्थ्य आपदा की घोषणा का महत्व

जब किसी बीमारी को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा घोषित किया जाता है, तो यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे गंभीर चेतावनी होती है। इस घोषणा का मतलब है कि एमपॉक्स अब वैश्विक स्तर पर एक गंभीर स्वास्थ्य संकट के रूप में देखा जा रहा है, जिसे नियंत्रित करने के लिए तत्काल और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

डब्ल्यूएचओ की आपात बैठक

डब्ल्यूएचओ के प्रमुख, डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने एक आपात बैठक के बाद यह घोषणा की। इस बैठक में अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने एमपॉक्स की स्थिति पर विचार-विमर्श किया और इसके गंभीर परिणामों को देखते हुए इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपदा घोषित करने की सिफारिश की।

अफ्रीका में एमपॉक्स का प्रसार

एमपॉक्स का सबसे अधिक प्रभाव अफ्रीकी देशों में देखा गया है। अफ्रीका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने पहले ही 13 अगस्त 2024 को इस बीमारी को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा घोषित कर दिया था। डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, बुरूंडी, केन्या, रवांडा, और युगांडा जैसे देशों में एमपॉक्स का प्रसार तेजी से हो रहा है, जिससे इन देशों में स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाव पड़ रहा है।

वैश्विक स्वास्थ्य संकट का सामना

एमपॉक्स के इस तेजी से फैलते प्रकोप ने दुनिया भर के देशों को सतर्क कर दिया है। कई देशों ने अपने स्वास्थ्य सेवाओं को तैयार रहने का आदेश दिया है और इसके संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

इस समय सबसे बड़ी चुनौती यह है कि एमपॉक्स के प्रसार को कैसे रोका जाए और इसके पीड़ितों को कैसे सहायता प्रदान की जाए। वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है, जहां उन्हें इस संकट से निपटने के लिए तेजी से काम करना होगा।

एमपॉक्स का प्रकोप यह दर्शाता है कि स्वास्थ्य संकट कितनी तेजी से वैश्विक स्तर पर फैल सकते हैं, और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि दुनिया इसके लिए तैयार रहे।

एमपॉक्स का बढ़ता प्रकोप एक गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य संकट के रूप में उभर रहा है, जो पूरी दुनिया को सतर्क और सजग रहने की आवश्यकता की ओर इशारा करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित करना इस बात का संकेत है कि अब इस बीमारी को रोकने और नियंत्रित करने के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाना आवश्यक है।

दुनिया के विभिन्न हिस्सों में एमपॉक्स का प्रसार दर्शाता है कि हमें भविष्य में आने वाली स्वास्थ्य आपदाओं के लिए भी तैयार रहना होगा। इस संकट के दौरान वैश्विक सहयोग, समय पर कार्रवाई, और मजबूत स्वास्थ्य सेवाएं ही इस बीमारी को नियंत्रित करने और इससे होने वाले नुकसान को कम करने में सक्षम होंगी।

अब समय की मांग है कि वैश्विक समुदाय एकजुट होकर इस चुनौती का सामना करे, ताकि आने वाले समय में हम ऐसी आपदाओं से बच सकें और एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ सकें।

Source – down to earth

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