सी एनीमोन में विरंजन: लक्षद्वीप में नई चुनौती

saurabh pandey
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हाल ही में वैज्ञानिकों ने लक्षद्वीप के अगाती द्वीप के पास समुद्री जल में सी एनीमोन के व्यापक विरंजन की घटना दर्ज की है, जो समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। यह घटना समुद्री जीवन के बदलते परिदृश्य और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को उजागर करती है।

सी एनीमोन: एक परिचय

समुद्री एनीमोन या सी एनीमोन, फाइलम सीनीडेरिया परिवार की एक समुद्री प्रजाति है, जो अपने चमकदार रंगों और जटिल संरचना के लिए जानी जाती है। ये प्रजातियाँ सामान्यत: उष्णकटिबंधीय तटीय जल में पाई जाती हैं और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। एनीमोन की संरचना में कई तंतुओं वाले बहुसंख्यक अंग होते हैं, जो उन्हें शिकार करने और भोजन प्राप्त करने में सहायता करते हैं।

विरंजन की घटना

समुद्री एनीमोन के विरंजन की घटना तब होती है जब वे अपने हरे शैवाल के साथ सहजीवी संबंध खो देते हैं। हरे शैवाल, जिसे ज़ूटैक्सांथेली कहते हैं, एनीमोन के लिए भोजन का एक महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं और एनीमोन को अपने चमकदार रंग देने में भी मदद करते हैं। जब समुद्री जल का तापमान बढ़ता है, तो यह शैवाल के साथ एनीमोन के सहजीवी संबंध को बाधित कर देता है। इसके परिणामस्वरूप, शैवाल एनीमोन से निकल जाते हैं और एनीमोन का रंग फीका पड़ जाता है, जो कि ब्लीचिंग का कारण बनता है।

सहजीवी संबंध

समुद्री एनीमोन क्लाउनफ़िश के साथ भी एक सहजीवी संबंध में रहती हैं। क्लाउनफ़िश एनीमोन के डंक मारने वाले तंतुओं से सुरक्षित रहती है, जबकि एनीमोन को क्लाउनफ़िश के आहार से भोजन प्राप्त होता है। यह पारस्परिक संबंध न केवल दोनों प्रजातियों के लिए लाभकारी होता है, बल्कि समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को भी स्थिर बनाए रखने में मदद करता है।

पारिस्थितिकीय महत्व

समुद्री एनीमोन बेन्थिक ज़ोन पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बेन्थिक ज़ोन जल निकाय का सबसे गहरा पारिस्थितिक क्षेत्र होता है, जहां एनीमोन और अन्य जीव समुद्री तल पर निवास करते हैं। इनका पारिस्थितिकीय कार्य समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को स्थिर करने में सहायता करता है और विभिन्न समुद्री जीवों के लिए आवास प्रदान करता है।

जलवायु परिवर्तन और समुद्री जीवन

समुद्री एनीमोन में विरंजन की घटना जलवायु परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। समुद्री जल का तापमान बढ़ने से केवल एनीमोन ही नहीं, बल्कि कई अन्य समुद्री प्रजातियाँ भी प्रभावित हो रही हैं। यह स्थिति समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र में असंतुलन पैदा कर रही है, जिससे कई प्रजातियों की संख्या में कमी आ रही है और पारिस्थितिक तंत्र की स्थिरता खतरे में पड़ रही है।

समाधान

इस हालिया अध्ययन से यह स्पष्ट हो गया है कि जलवायु परिवर्तन और समुद्री तापमान में वृद्धि समुद्री जीवन पर गंभीर प्रभाव डाल रही है। इस स्थिति का समाधान खोजने के लिए और अधिक अनुसंधान और संरक्षण प्रयासों की आवश्यकता है। समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग, प्रभावी संरक्षण योजनाएं, और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के उपाय जरूरी हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इस स्थिति पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया, तो समुद्री जीवन और पारिस्थितिकी तंत्र पर इसके दीर्घकालिक प्रभाव गंभीर हो सकते हैं। समुद्री एनीमोन की रक्षा और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।

source and data- VISION IAS magzine

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