उत्तर भारत से लेकर पूर्वोत्तर तक मानसून की वापसी से पहले भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, और सिक्किम में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
हिमाचल में बादल फटने से तबाही
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में बुधवार देर रात बादल फटने से एक गांव में मलबा भर गया। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, और कई घरों में भारी नुकसान हुआ। बारिश और मलबे के कारण खेतों में खड़ी धान की फसल बर्बाद हो गई है, जिससे किसान भी प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिया है।
उत्तराखंड में भूस्खलन और जाम
उत्तराखंड में बद्रीनाथ हाईवे पर खांकरा और नरकोटा के बीच भूस्खलन हुआ, जिससे करीब 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। हजारों तीर्थयात्री और स्थानीय लोग फंसे हुए हैं। पहाड़ी इलाकों में लगातार पत्थर गिरने से मलबा हटाने में मुश्किलें आ रही हैं, और यात्रियों को भोजन और पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने राज्य में कई स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
महाराष्ट्र में झरने में हादसा
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भारी बारिश के दौरान एक पिकनिक मनाने आई 22 वर्षीय महिला की पानी के तेज बहाव में डूबने से मौत हो गई। महिला अपने परिवार के साथ झरने पर गई थी, जहां अचानक बारिश के कारण पानी का प्रवाह बढ़ गया और हादसा हो गया।
बिहार और पूर्वोत्तर में बारिश का कहर
बिहार में मानसून के पुनः सक्रिय होने से पटना सहित कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पूर्वी और पश्चिमी चंपारण सहित कुछ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्य के कुछ इलाकों में सड़कें पानी से भर गई हैं, जिससे यातायात बाधित हो गया है।
पूर्वोत्तर में भी बारिश बनी मुसीबत
सिक्किम और असम के कुछ इलाकों में भारी बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
पूरे उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में मानसून की वापसी ने गंभीर समस्याएं खड़ी कर दी हैं। प्रशासन द्वारा राहत कार्य जारी है, लेकिन लोगों को इस दौरान सावधानी बरतने की जरूरत है।
देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून की वापसी ने लोगों के सामने बड़ी चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। हिमाचल और उत्तराखंड में बादल फटने और भूस्खलन से जनजीवन ठहर गया है, जबकि बिहार और सिक्किम में लगातार बारिश से बाढ़ और फसलों के नुकसान की संभावना बढ़ रही है। प्रशासन द्वारा राहत कार्यों की शुरुआत की जा चुकी है, लेकिन खराब मौसम के कारण कई इलाकों में स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पा रही है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है ताकि जान-माल की क्षति को कम किया जा सके।
Source- dainik jagran