दिल्ली में वायु प्रदूषण के गंभीर मुद्दे पर नियंत्रण पाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने केंद्र सरकार से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि इस समस्या का समाधान करने के लिए दीर्घकालिक उपाय और पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय की जरूरत है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री को भी इस बैठक में शामिल करने की अपील की है।
सचदेवा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिखा है, लेकिन पंजाब सरकार के प्रति उनकी कार्रवाई की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। दिल्ली सरकार कृत्रिम बारिश की मांग कर रही है, जो विशेषज्ञों के अनुसार प्रभावी नहीं है। डीपीसीसी के रिक्त पदों को तुरंत भरने की आवश्यकता है।”
भाजपा ने कनॉट प्लेस में स्मॉग टावर लगाने और रियल टाइम सोर्स अपोर्शनमेंट रिपोर्ट को लेकर डीपीसीसी से जवाब मांगने की भी बात की है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है।
आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाए
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रदूषण के मुद्दे पर भाजपा को घेरते हुए कहा कि भाजपा इस समस्या के समाधान के लिए चर्चा से बच रही है। आप ने आरोप लगाया कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से मिलने का अनुरोध किया था, लेकिन भाजपा बैठक में शामिल नहीं हो रही है।
आप ने 38 करोड़ रुपये और 700 करोड़ रुपये से अधिक के पर्यावरण अधिभार कोष के इस्तेमाल की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण के प्रमुख कारण धूल और व्यावसायिक वाहन हैं।
आप ने दिल्ली सरकार की विभिन्न योजनाओं, जैसे कि कृत्रिम वर्षा, की भी चर्चा की और कहा कि दिल्ली के पर्यावरण को सुधारने के लिए कई अभूतपूर्व कदम उठाए गए हैं।
भाजपा और आप के बीच राजनीतिक विवाद
भाजपा प्रवक्ता डॉ. अनिल गुप्ता ने आरोप लगाया कि सरकार प्रदूषण को रोकने के लिए गंभीर नहीं है और डीपीसीसी की बैठक फरवरी से नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदूषण नियंत्रण की जिम्मेदारी जनता पर डाल रही है, जबकि ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर बढ़ती चिंताओं और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच, सभी दलों को मिलकर इस गंभीर समस्या का समाधान निकालने की आवश्यकता है। सर्वदलीय बैठक और विभिन्न योजनाओं पर चर्चा से इस समस्या के समाधान की उम्मीद है और दिल्ली की हवा को साफ किया जा सकेगा।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या ने सभी राजनीतिक दलों और स्थानीय प्रशासन को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता को उजागर किया है। भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच विवाद और आरोप-प्रत्यारोप के बावजूद, यह स्पष्ट है कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए दीर्घकालिक और प्रभावी उपायों की जरूरत है।
भाजपा ने सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है, जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री को भी आमंत्रित किया जाए, ताकि प्रदूषण की समस्या पर साझा रणनीति बनाई जा सके। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार के प्रयासों का समर्थन किया और भाजपा पर बैठक से बचने का आरोप लगाया।
दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए विभिन्न योजनाओं और सरकारी उपायों की आवश्यकता है, जिनमें कृत्रिम वर्षा, बेहतर सार्वजनिक परिवहन, और धूल नियंत्रण शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि धूल और व्यावसायिक वाहनों का प्रदूषण में महत्वपूर्ण योगदान है, इसलिए इन समस्याओं पर ध्यान देना आवश्यक है।
अंततः, सभी पक्षों को मिलकर प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। यह सहयोग न केवल दिल्ली की हवा को साफ करने में मदद करेगा, बल्कि पूरे देश के लिए एक सकारात्मक उदाहरण स्थापित करेगा। प्रदूषण से लड़ाई एक सामूहिक प्रयास है और इसका समाधान सभी की जिम्मेदारी है।
Source – दैनिक जागरण