दिल्ली की सर्दियों में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन जाता है, जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। इस समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने एक व्यापक विंटर एक्शन प्लान तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की अध्यक्षता में शुक्रवार को पर्यावरण विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
प्रमुख बिंदुओं की पहचान
विंटर एक्शन प्लान में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 14 प्रमुख बिंदुओं की पहचान की गई है। इनमें धूल प्रदूषण, वाहनों से होने वाला प्रदूषण, पराली जलाना, औद्योगिक प्रदूषण, और हरित क्षेत्र का विस्तार शामिल है। मंत्री राय ने बताया कि इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि वायु गुणवत्ता में सुधार हो सके।
औद्योगिक प्रदूषण नियंत्रण
औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों को पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) में बदलने का निर्णय लिया गया है। इससे औद्योगिक धुएं की मात्रा कम होगी और वायु गुणवत्ता में सुधार होगा।
प्रौद्योगिकी का उपयोग
लोगों की शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए ग्रीन वॉर रूम और ग्रीन दिल्ली ऐप को अपग्रेड किया जाएगा। इसके साथ ही, प्रदूषण के हॉट स्पॉट पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। रियल टाइम अप्पॉर्शनमेंट स्टडी के माध्यम से प्रदूषण के स्रोतों का वास्तविक समय में विश्लेषण किया जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण के उपाय
ई-वेस्ट इको पार्क पर भी ध्यान दिया जाएगा और हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। खुले में कूड़ा जलाने और पटाखे फोड़ने पर नियंत्रण लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। जन जागरूकता और जन भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
संबंधित कदम और संवाद
केंद्र और पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद स्थापित किया जाएगा ताकि वायु प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए सामूहिक प्रयास किए जा सकें। इसके अलावा, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के क्रियान्वयन पर भी जोर दिया जाएगा।
दिल्ली सरकार की इस नई योजना के माध्यम से सर्दियों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया जाएगा। इससे न केवल दिल्लीवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि शहर की वायु गुणवत्ता में भी सुधार होगा। सरकार का यह प्रयास दिल्ली की स्वच्छ हवा के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है।
Source- दैनिक जागरण