मखाना: कैंसर और हृदय रोगों के इलाज में उपयोगी, वैज्ञानिकों की नई खोज

saurabh pandey
6 Min Read

भागलपुर (बिहार): मखाना को पहले से ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन अब यह गंभीर बीमारियों के इलाज में भी मददगार साबित हो सकता है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू), सबौर के वैज्ञानिकों ने मखाना के बीज में एक खास तत्व, मीथेन सल्फोनामाइड, की पहचान की है। यह तत्व कैंसर, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज में सहायक हो सकता है।

वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि

यह शोध बीएयू की एनएबीएल प्रमाणित प्रयोगशाला में किया गया। लंबे अध्ययन के बाद, वैज्ञानिकों ने मखाना में प्राकृतिक रूप से मौजूद इस जैवसक्रिय यौगिक की खोज की। यह यौगिक कैंसर-रोधी, ट्यूमर-रोधी, और जीवाणुरोधी गुणों से भरपूर है। इसके औषधीय गुण मानव स्वास्थ्य के लिए क्रांतिकारी साबित हो सकते हैं।

डॉ. वी. शाजिदा बानू और डॉ. प्रीतम गांगुली, जो इस शोध के प्रमुख वैज्ञानिक हैं, ने बताया कि यह यौगिक मानव शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। इसके उपयोग से कैंसर और हृदय रोगों जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज की संभावना को बल मिला है।

मखाना: पोषण और औषधीय गुणों का खजाना

मखाना, जिसे “फॉक्स नट” या “कमल के बीज” के नाम से भी जाना जाता है, भारत के पारंपरिक आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पोषण और औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण स्वास्थ्य के लिए अत्यंत फायदेमंद है। बिहार जैसे राज्य, जहां इसका व्यापक उत्पादन होता है, मखाना को एक मूल्यवान प्राकृतिक संपदा के रूप में देखते हैं।

पोषण का अनमोल स्रोत

मखाना प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना है। यह हल्का और सुपाच्य होने के कारण सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए उपयुक्त है। मखाना का उपयोग नाश्ते के रूप में, खीर, नमकीन और मिठाइयों में किया जाता है। इसके पोषण संबंधी गुण निम्नलिखित हैं:

  • प्रोटीन से भरपूर: मखाना मांसपेशियों के विकास और शरीर की मरम्मत में सहायक है।
  • कैल्शियम का अच्छा स्रोत: यह हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।
  • फाइबर की प्रचुरता: पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने में सहायक।
  • एंटीऑक्सीडेंट्स: शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करता है।

औषधीय गुण

मखाना के औषधीय गुण इसे केवल एक खाद्य पदार्थ तक सीमित नहीं रखते, बल्कि इसे विभिन्न बीमारियों के उपचार में भी उपयोगी बनाते हैं।

  • हृदय स्वास्थ्य: मखाना में मौजूद मैग्नीशियम और पोटेशियम हृदय को स्वस्थ रखते हैं और रक्तचाप नियंत्रित करते हैं।
  • मधुमेह में सहायक: इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह मधुमेह रोगियों के लिए उपयुक्त है।
  • वजन घटाने में मददगार: कम कैलोरी और उच्च फाइबर सामग्री इसे वजन घटाने के लिए आदर्श बनाती है।
  • एजिंग प्रक्रिया को धीमा करना: एंटीऑक्सीडेंट्स उम्र बढ़ने के लक्षणों को धीमा करने में सहायक होते हैं।
  • सूजन और जोड़ों के दर्द में राहत: मखाना में मौजूद औषधीय तत्व सूजन को कम करते हैं।

कृषि और आर्थिक महत्व

भारत में, विशेष रूप से बिहार में, मखाना का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाता है। इसका निर्यात कई देशों में होता है, जिससे यह किसानों की आजीविका का एक प्रमुख स्रोत है। मखाना की बढ़ती मांग ने इसे कृषि क्षेत्र में आर्थिक लाभ का एक प्रमुख केंद्र बना दिया है।

मखाना का उपयोग कैसे करें?

  • नाश्ते के लिए: भुने हुए मखाने एक आदर्श स्नैक हैं।
  • खीर और मिठाई: मखाने की खीर एक लोकप्रिय पारंपरिक मिठाई है।
  • सूप और करी: इसे सूप और करी में मिलाकर पोषण बढ़ाया जा सकता है।
  • डाइटिंग के दौरान: कम कैलोरी होने के कारण यह डाइट में शामिल किया जा सकता है।

मखाना अपने पोषण और औषधीय गुणों के कारण सुपरफूड की श्रेणी में आता है। यह न केवल स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, बल्कि भारतीय किसानों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करता है। मखाना का नियमित सेवन स्वस्थ जीवन शैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है।

मखाना में पाए जाने वाले प्रमुख लाभ:

  • कैंसर और ट्यूमर से लड़ने में मददगार।
  • हृदय रोगों को रोकने और बेहतर रक्तचाप प्रबंधन।
  • मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद।
  • उम्र बढ़ने के लक्षणों को धीमा करने में सहायक।

किसानों और उद्योगों के लिए वरदान

बीएयू के कुलपति डॉ. डी.आर. सिंह ने बताया कि इस खोज से मखाना उद्योग को नई दिशा मिलेगी। मखाना का बाजार मूल्य बढ़ेगा और किसानों को इसका सीधा लाभ होगा। बिहार, जो मखाना उत्पादन का प्रमुख केंद्र है, इस शोध के बाद वैश्विक स्तर पर मखाना की मांग को और बढ़ते हुए देख सकता है।

वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी

वैज्ञानिकों के अनुसार, मखाना में जैवसक्रिय यौगिक की पहचान ने इसके औषधीय गुणों की वैज्ञानिक समझ को और मजबूत किया है। यह शोध मखाना को अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक अद्वितीय उत्पाद के रूप में स्थापित करने की संभावना रखता है।

मखाना में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले मीथेन सल्फोनामाइड की खोज ने चिकित्सा और कृषि क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं। यह खोज न केवल मानव स्वास्थ्य में सुधार करेगी, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने और मखाना उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में भी सहायक होगी।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *