उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के पार्कों में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत असिता ईस्ट में गुलाबी तुरही का पौधा लगाकर की। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन ब्रह्मांड के लिए बहुत बड़ा खतरा है और हमारे पास रहने के लिए कोई दूसरा ग्रह नहीं है, इसलिए हमारा कर्तव्य है कि हम भावी पीढ़ी का ख्याल रखें।
धनखड़ ने हर सांसद से आग्रह किया कि वे प्रकृति के संरक्षण में योगदान देने के लिए कम से कम 200 पौधे लगाएं। उन्होंने प्रधानमंत्री की ‘एक पेड़ मां के नाम’ की अपील को दिल को छू लेने वाला बताया।
उपाध्यक्ष ने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय था, जिसे कोई नहीं भूल सकता। पूर्व उपराष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावत, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और अन्य विपक्षी नेताओं के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया था।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत असिता ईस्ट में पौधे लगाए गए, जिसमें डीडीए पार्कों में 1,11,111 पौधे लगाए गए।
उपराष्ट्रपति ने शाह आयोग की रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखने का निर्देश दिया। उन्होंने अपनी माता केसरी देवी और उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ की माता भगवती देवी को श्रद्धांजलि अर्पित की और असिता ईस्ट में गुलाबी तुरही का पौधा लगाया।
इस दौरान दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना भी मौजूद थे, जिन्होंने अपने माता-पिता के सम्मान में पौधे लगाए। असिता ईस्ट में जामुन, गूलर, तबेबुद्या, अर्जुन, शीशम, अमरूद, लार्जेस्ट्रोमिया और जकरांडा के पौधे लगाए गए। छात्रों, आरडब्ल्यूए और आम नागरिकों के सहयोग से डीडीए पार्कों और अन्य स्थानों पर 1,11,111 पौधे लगाए गए। इस दौरान मुख्य सचिव नरेश कुमार, डीडीए के उपाध्यक्ष सुभाशीष पांडा और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
Source and data- दैनिक जागरण