हिमाचल और उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाएं: बादल फटने और भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित

saurabh pandey
3 Min Read

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदाओं ने जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। हिमाचल प्रदेश के मनाली के पास बुधवार रात बादल फटने के कारण अंजनी नदी और अंतिम नाले में बाढ़ आ गई, जिससे इलाके में भारी नुकसान हुआ। वहीं उत्तराखंड में भूस्खलन के कारण चारधाम यात्रा मार्ग बाधित हो गए हैं।

हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और क्षति

मनाली के निकट अंजनी महादेव पहाड़ी में बाढ़ आने से पलचान में तीन मकान बह गए और एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया। 12 भेड़-बकरियां भी बाढ़ की चपेट में आ गईं। हालांकि, सूचना मिलने पर लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे, जिससे जनहानि टल गई। बाढ़ के कारण पलचान पावर प्रोजेक्ट को भी भारी नुकसान हुआ है। अंजनी महादेव नदी की दिशा बदल गई, जिससे मनाली-लेह मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। फिलहाल, बीआरओ सड़क बहाली में जुटा है और यातायात को मनाली से रोहतांग कोकसर होते हुए भेजा जा रहा है।

मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने प्रभावित परिवारों को तत्काल 25-25 हजार रुपये की राहत राशि प्रदान की है। प्रशासन और पुलिस राहत कार्य में जुटे हुए हैं और एसडीएम मनाली रमन कुमार ने मौके का दौरा किया है।

उत्तराखंड में भूस्खलन और यात्रा मार्ग की बाधितता

उत्तराखंड के चमोली जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ हाईवे गुलाबकोटी, पागलनाला और पातालगंगा में मलबे से अवरुद्ध हो गया। मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए छह घंटे बाद फिर से चालू किया गया। जोशीमठ-मलारी हाईवे गणेशपुर के पास भूस्खलन के कारण सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक बाधित रहा। रुद्रप्रयाग में डोलिया देवी के पास गौरीकुंड हाईवे भी भूस्खलन के कारण पांच घंटे तक अवरुद्ध रहा। इस कारण यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में घंटों इंतजार करना पड़ा।

मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विभाग ने कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर जिलों में आंधी और बिजली गिरने के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 28 से 30 जुलाई तक इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। उत्तराखंड के देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और बागेश्वर जिलों में भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, इन क्षेत्रों में लगातार बारिश की संभावना है, जिससे नदियों और नालों के उफान पर होने की आशंका है। प्रशासन और सीमा सड़क संगठन मार्ग खोलने और राहत कार्य में जुटे हुए हैं।

Source and data- दैनिक जागरण

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *