भारी बारिश के कारण कालका-शिमला एनएच पर भूस्खलन, एक की मौत

saurabh pandey
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देश भर में मानसून की बारिश ने कहर बरपाया है, और हाल ही में हिमाचल प्रदेश में कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। रविवार की देर रात हुई इस घटना के कारण सोमवार सुबह तक इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद रही।

हादसे की जानकारी

रात लगभग 2.30 बजे कालका-शिमला एनएच पर भारी बारिश के कारण दत्यार नेचर पार्क के पास भूस्खलन हुआ। इस दौरान चंडीगढ़ से शिमला की ओर जा रहे वाहन पर पत्थर गिर गए। हादसे में पंजाब के कपूरथला निवासी 40 वर्षीय देवराज की मौत हो गई। घायलों को परवाणू के ईएसआई अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें चंडीगढ़ के पीजीआई में भेजा गया।

मौसम की स्थिति

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, देश के विभिन्न हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है। कश्मीर से लेकर गुजरात और केरल तक अलग-अलग जगहों पर बारिश दर्ज की गई है। 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2 अगस्त तक भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

गुजरात और कश्मीर में बारिश

गुजरात के कई जिलों, जैसे कि आणंद, नवसारी, साबरकांठा और गिर सोमनाथ, में मूसलधार बारिश हुई। इन जिलों की कई सड़कें जलमग्न हो गईं और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कश्मीर घाटी में भी मूसलधार बारिश हुई, जिससे चिलचिलाती गर्मी से राहत मिली। श्रीनगर और काजीगुंड में तापमान रिकॉर्ड तोड़ चढ़ाव पर था।

भारी बारिश की चेतावनी

बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके कारण उत्तराखंड, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक में भारी बारिश जारी है। आईएमडी ने 30 जुलाई से 2 अगस्त तक विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें सौराष्ट्र, कच्छ, कोंकण, गोवा, पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, और पूर्वोत्तर राज्यों शामिल हैं।

भारी बारिश के कारण भूस्खलन और जलमग्न सड़कें कई राज्यों में परेशानी का कारण बन गई हैं। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट के मद्देनजर स्थानीय अधिकारियों को आपातकालीन तैयारियों और बचाव उपायों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। बारिश के प्रभावों से निपटने के लिए उचित कार्रवाई सुनिश्चित करना और नागरिकों को सतर्क रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

Source – अमर उजाला

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