कहीं बाढ़ से हालात खराब, कहीं बारिश का इंतजार

saurabh pandey
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पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और भारी बारिश से हालात बेहद खराब हो गए हैं। असम में बाढ़ से 1.75 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो गए हैं, जबकि बारिश से जुड़ी घटनाओं में कई लोगों की जान भी चली गई है। जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग से लेकर उत्तर भारत के मैदानी राज्यों तक को अभी भी बारिश का इंतजार है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो रही है। असम में ब्रह्मपुत्र समेत कई सहायक नदियां उफान पर हैं और राज्य के नौ जिलों में ढाई लाख से अधिक लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैं, लेकिन बूंदाबांदी के कारण उमस भरी गर्मी से हालात बेहाल हैं। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में भी मानसून की प्रवृत्ति देखी गई है। झारखंड में मानसून सुस्त, जिससे बारिश में 67 फीसदी की कमी आई है।

पूर्वोत्तर और दक्षिण में बाढ़ से हालात खराब, उत्तर में बारिश का इंतजार

पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से हालात बेहद खराब हो गए हैं। असम में बाढ़ से 1.75 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और बारिश से जुड़ी घटनाओं में कई लोगों की जान भी चली गई है।

वहीं, पहाड़ी राज्य जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग से लेकर उत्तर भारत के मैदानी राज्यों तक को अभी भी बारिश का इंतजार है। इन राज्यों में दो दिन और लू चलने की संभावना है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैं, लेकिन बूंदाबांदी के कारण उमस भरी गर्मी से हालात बेहाल हैं।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो रही है।

अंडमान निकोबार द्वीप समूह, पश्चिमी मध्य प्रदेश, दक्षिण उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से, बिहार, पूर्वी राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, तमिलनाडु, केरल, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी से बहुत भारी वर्षा हो रही है। असम में ब्रह्मपुत्र समेत कई सहायक नदियां उफान पर हैं और राज्य के नौ जिलों में ढाई लाख से अधिक लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं।

सिरमौर में शिलाई के पास लोहरा मोड़ पर पहाड़ दरकने से पांवटा साहिब राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। इससे नकदी फसलों से लदे वाहनों समेत सैकड़ों वाहन दोनों तरफ फंस गए।

हिमाचल में चार दिन तक बारिश का अलर्ट

हिमाचल प्रदेश में अगले चार दिन तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान 28 और 29 जून को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान आंधी-तूफान की भी संभावना है। बुधवार से किन्नौर, लाहौल-स्पीति, शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के मध्य और ऊंचे पहाड़ी इलाकों में और 27 जून से एक जुलाई तक ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा के मैदानी इलाकों में मौसम खराब रहने का अनुमान है। इस दौरान प्रदेश में मानसून के प्रवेश करने के आसार हैं।

राजस्थान में बारिश का अलर्ट

राजस्थान, यूपी के कुछ हिस्सों में पहुंचा मानसून मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तरी अरब सागर, गुजरात राज्य और मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में प्रवेश कर गया है। इसके प्रभाव से उदयपुर, कोटा, झालावाड़, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, सवाई माधोपुर, करौली समेत राजस्थान के कई अन्य स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में 27-29 जून तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

झारखंड में मानसून सुस्त

झारखंड में मानसून सुस्त हो गया है, जिसके कारण 67 फीसदी कम बारिश तय समय से 11 दिन देरी से हो रही है। राज्य के पांच जिलों में 80 फीसदी तक कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार तक मानसून सिर्फ चार जिलों पाकुड़, साहेबगंज, गुमला और चाईबासा तक ही पहुंच पाया है।

मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में अगले चार दिन तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। राजस्थान, यूपी के कुछ हिस्सों में भी मानसून का प्रवेश हो चुका है, जिससे कई स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई है।

सौरभ पाण्डेय

Prakritiwad.com

Source- अमर उजाला समाचार पत्र

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