2025 की शुरुआत में भारत में मौसम का मिजाज काफी अलग दिखा है। एक ओर जहां कुछ क्षेत्रों में जरूरत से ज्यादा बारिश हो रही है, वहीं आठ राज्यों में जनवरी माह में बारिश बिल्कुल नहीं हुई है। मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा अपडेट के अनुसार, पूरे देश में एक जनवरी से 20 जनवरी 2025 तक बारिश में 60 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। इस दौरान 13 राज्यों में बारिश में भारी कमी देखी गई, जबकि दो राज्य ऐसे हैं जहां सामान्य से कहीं अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई।
मौसम पर बदलती जलवायु का असर
भारत के विभिन्न हिस्सों में बारिश के पैटर्न में बदलाव जलवायु परिवर्तन का स्पष्ट संकेत दे रहा है। देश के कुछ हिस्सों में तो बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई, जबकि कुछ इलाकों में अत्यधिक बारिश देखने को मिली। यह मौसम विभाग के आंकड़ों से भी स्पष्ट है, जो बताते हैं कि जनवरी के पहले 20 दिनों में पूरे देश में कुल मिलाकर बारिश में 60 फीसदी तक की कमी आई है।
पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में स्थिति
पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में अरुणाचल प्रदेश में सामान्य बारिश देखी गई, जहां 23.7 मिमी बारिश होनी थी और वहीं 23.7 मिमी बारिश हुई। हालांकि, असम में 4 फीसदी अधिक बारिश हुई। लेकिन, मेघालय में 73 फीसदी की कमी, नागालैंड में 15 फीसदी कम, मणिपुर में 84 फीसदी कमी, मिजोरम और त्रिपुरा में 100 फीसदी की कमी दर्ज की गई। सिक्किम में 68 फीसदी और पश्चिम बंगाल में 98 फीसदी कमी देखी गई, जबकि झारखंड और बिहार में भी सामान्य से 99 फीसदी कम बारिश हुई।
उत्तर पश्चिम भारत में स्थिति
उत्तर पश्चिम भारत में भी जनवरी के पहले 20 दिनों के दौरान बारिश में कमी देखने को मिली। उत्तर प्रदेश में 69 फीसदी, उत्तराखंड में 79 फीसदी, और हरियाणा में 19 फीसदी कम बारिश हुई। चंडीगढ़ में 10 फीसदी अधिक बारिश हुई। दिल्ली में 22 फीसदी की कमी, जबकि पंजाब में 17 फीसदी की कमी देखी गई। हिमाचल प्रदेश में 72 फीसदी, जम्मू और कश्मीर में 81 फीसदी, लद्दाख में 99 फीसदी और राजस्थान में 62 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई।
मध्य भारत में स्थिति
मध्य भारत में भी बारिश का दृश्य बहुत ही सूखा था। ओडिशा में 100 फीसदी की कमी आई, जबकि मध्य प्रदेश में 86 फीसदी कम बारिश देखी गई। गुजरात, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, गोवा, और छत्तीसगढ़ में एक भी बूँद नहीं गिरी। महाराष्ट्र में भी बारिश में भारी कमी आई, जहां 99 फीसदी तक की कमी दर्ज की गई।
दक्षिणी भारत में बारिश का असर
दक्षिणी प्रायद्वीप में भी स्थिति अलग नहीं थी। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 33 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि आंध्र प्रदेश में 43 फीसदी की कमी आई। तेलंगाना में 100 फीसदी बारिश की कमी, और तमिलनाडु में 127 फीसदी अधिक बारिश हुई। पुडुचेरी में 45 फीसदी अधिक बारिश, कर्नाटक में 58 फीसदी की कमी और केरल में 1 फीसदी अधिक बारिश देखी गई।
कुल मिलाकर जनवरी 2025 में भारत में बारिश का पैटर्न बेहद असामान्य रहा है। बदलती जलवायु के कारण यह बदलाव और अधिक तीव्र हो सकता है, जो आने वाले महीनों में देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम पर गहरे असर डाल सकता है। सरकार और मौसम विभाग की ओर से इन असामान्य मौसमी घटनाओं की निगरानी करना और सही समय पर चेतावनी जारी करना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।