दक्षिण-पश्चिम मानसून हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों को छोड़कर पूरे देश में पहुंच गया है। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बादल फटने से भारी बारिश हुई है, जिससे हिमाचल प्रदेश के कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। कई घरों में मलबा घुस गया है, सड़कें बंद हो गई हैं और कई वाहन मलबे में दब गए हैं।
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के दौरान पूरे देश में मानसून के पहुंचने का अनुमान जताया है। अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में भारी बारिश की संभावना है। वहीं, पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में मूसलाधार बारिश होगी।
डोडा जिले के ठाठरी बाजार क्षेत्र में शुक्रवार को तड़के तीन बजे बादल फटने से ठाठरी शहर के पूरे बाजार क्षेत्र में मलबा फैल गया। बटोत-किश्तवाड़ एनएच 244 पर कुछ रिहायशी मकानों और पार्क किए गए वाहनों पर भी मलबा गिर गया। कई घंटों तक यातायात बंद रहा। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे पर यातायात आंशिक रूप से बहाल हो पाया है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और आसपास के इलाकों में शुक्रवार को भारी बारिश हुई। शिमला में बारिश के कारण हुए भूस्खलन से नौ वाहन मलबे में दब गए। मौसम विभाग ने सप्ताहांत में राज्य के 12 जिलों में से सात में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 1 और 2 जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 4 जुलाई तक राज्य के विभिन्न इलाकों में बारिश की संभावना है।
बिहार में 10 दिनों में पांचवां पुल गिरा
पटना। बिहार में भारी बारिश के बाद एक और पुल गिर गया है, जो पिछले दस दिनों में पांचवां हादसा है। यह घटना राज्य के उत्तरी छोर पर नेपाल सीमा से लगे मधुबनी जिले के भेजा थाना क्षेत्र में भुतही नदी पर हुई। नदी पर करीब 3 करोड़ रुपये की लागत से 75 मीटर लंबा पुल बनाया जा रहा था, लेकिन नेपाल में भारी बारिश के कारण नदी में उफान आ गया, जिससे पुल ढह गया। यह पुल दो साल से अधिक समय से निर्माणाधीन था।
कई राज्यों में मानसून की गतिविधियाँ
मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून पश्चिमी राजस्थान के कुछ और हिस्सों और पूर्वी राजस्थान के शेष हिस्सों में आगे बढ़ गया है। हरियाणा के कुछ हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड के शेष हिस्सों तक यह पहुंच चुका है। मानसून की उत्तरी सीमा जैसलमेर, चूरू, भिवानी, दिल्ली, अलीगढ़, कानपुर, गाजीपुर, गोंडा, खीरी, मुरादाबाद, ऊना, पठानकोट और जम्मू से होकर गुजर रही है।
इन राज्यों में जमकर बरसे बादल
पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर के अलावा छत्तीसगढ़, पश्चिमी मध्य प्रदेश, ओडिशा, कोंकण और गोवा में अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई है। हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी कई जगहों पर अत्यधिक बारिश हुई है।
सौरभ पाण्डेय
Prakritiwad.com
Source- अमर उजाला ब्यूरो