जैसे ही मौसम में बदलाव आता है, जंगली जानवरों के खान-पान और उनके देखभाल के तरीके भी बदलने लगते हैं। दिल्ली के चिड़ियाघर में सर्दी से पहले वन्यजीवों के आहार में परिवर्तन किया गया है ताकि उन्हें ठंड से बचाया जा सके। मांसाहारी जानवरों के लिए मांस की मात्रा में वृद्धि की गई है, जबकि शाकाहारी जानवरों के आहार में गुड़, अखरोट, मूंगफली, गन्ना, और शहद जैसे तासीर में गर्म पदार्थों को जोड़ा गया है।
चिड़ियाघर प्रबंधन ने यह सुनिश्चित किया है कि जानवरों को पर्याप्त पोषण मिल सके ताकि वे ठंड के मौसम में स्वस्थ रहें। शेर, बाघ, और तेंदुओं जैसे बड़े मांसाहारी जानवरों को प्रतिदिन 12 किलो मांस दिया जा रहा है, जो गर्मी के मौसम में घटाकर 8-10 किलो कर दिया जाता था। लकड़बग्घों के आहार में भी वृद्धि की गई है, और अब उन्हें 4 किलो के बजाय 5 से 6 किलो मांस दिया जा रहा है।
इसके अलावा, शाकाहारी जानवरों जैसे हाथी, हिरण और बंदरों के लिए भी खास आहार तैयार किया गया है। हाथियों को गन्ना, सरसों, हल्दी, और लौंग से बनी खिचड़ी दी जा रही है, जो उनकी सेहत के लिए फायदेमंद होती है। दरियाई घोड़े को गुड़ दिया जा रहा है, जो उसकी आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। हाल ही में एक मादा दरियाई घोड़े ने बच्चे को जन्म दिया है, जिसके बाद उसकी देखभाल विशेष रूप से की जा रही है।
चिड़ियाघर के पक्षियों का आहार भी बदल गया है। उन्हें मौसमी सब्जियों के साथ मेथी और फल खिलाए जा रहे हैं, जबकि कुछ पक्षियों को अंडे, मूंगफली, और लहसुन जैसी चीजें दी जा रही हैं। ठंड बढ़ने पर उनके बाड़ों को गर्म रखने के लिए पुआल और घास का इस्तेमाल किया जाएगा।
ठंड के लिए विशेष प्रबंध
सर्दियों के दौरान जानवरों को ठंड से बचाने के लिए चिड़ियाघर में विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। जानवरों के बाड़ों में चारपाई और हीटर की व्यवस्था की जाएगी। इस बार 200 से अधिक हीटर लगाए जाएंगे ताकि सभी जानवरों और पक्षियों को गर्म रखा जा सके। अजगर के बाड़े में पुआल से बनी चटाई बिछाई गई है ताकि वह भी ठंड से बचा रह सके।
चिड़ियाघर निदेशक डॉ. संजीत कुमार के अनुसार, “सर्दी का मौसम शुरू होते ही जानवरों की देखभाल और उनकी खान-पान की आदतों में बदलाव जरूरी हो जाता है। सभी जंगली जानवरों और पक्षियों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि वे ठंड के मौसम में स्वस्थ रह सकें।”
जैसे ही मौसम ठंडा होने लगता है, जंगली जानवरों की सेहत और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए चिड़ियाघर प्रशासन सक्रिय हो जाता है। मांसाहारी और शाकाहारी जानवरों के आहार में बदलाव उनके स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए किया गया है। सर्दी से बचाव के लिए उनके बाड़ों को गर्म रखने की भी योजना बनाई गई है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ठंड के दौरान उन्हें पूरा आराम और पोषण मिले, ताकि वे सर्दी के मौसम को स्वस्थ और सुरक्षित रूप से गुजार सकें।
दिल्ली के चिड़ियाघर में मौसम के बदलाव के साथ जंगली जानवरों के खान-पान और देखभाल में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं। सर्दी का मौसम शुरू होते ही मांसाहारी और शाकाहारी जानवरों के आहार में बदलाव किया गया है, जो उनके स्वास्थ्य और सेहत के लिए अत्यंत आवश्यक है। ठंड से बचाने के लिए विशेष प्रबंध जैसे गर्म बाड़े और हीटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है, ताकि सभी जानवर और पक्षी आरामदायक और सुरक्षित रह सकें। यह पहल न केवल जानवरों की भलाई को सुनिश्चित करती है, बल्कि यह दर्शाती है कि चिड़ियाघर प्रबंधन जंगली जानवरों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेता है। इस तरह की योजनाएँ जंगली जीवन के संरक्षण और देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।