दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र से मांगा सहयोग

saurabh pandey
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नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में सर्दी के मौसम के दौरान वायु प्रदूषण के सीमा पार स्रोतों से निपटने के लिए केंद्रीय सरकार से मदद की अपील की है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए साझा रणनीति पर चर्चा के लिए मुलाकात का समय मांगा है।

गोपाल राय ने पत्र में लिखा, “मेरा मानना है कि केंद्र सरकार के सहयोग से हम दिल्ली सरकार द्वारा रखी गई नींव पर निर्माण कर सकते हैं और इस संकट के दीर्घकालिक समाधान की दिशा में काम कर सकते हैं। मुझे विश्वास है कि आप सभी के लिए स्वच्छ और स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।”

राय ने बताया कि हर साल, खासकर सर्दियों के मौसम में, दिल्ली में वायु प्रदूषण लाखों निवासियों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालता है। विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों की सेहत पर इसका प्रभाव अधिक होता है। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने पहले भी कई कदम उठाए हैं, लेकिन अब केंद्र की मदद से इस मुद्दे पर अधिक प्रभावी समाधान की जरूरत है।

वायु प्रदूषण के प्रमुख स्रोत

दिल्ली में वायु प्रदूषण के प्रमुख स्रोतों में धूल और निर्माण गतिविधियों के अलावा वहिकल इमिशन और फसल अवशेषों की जलाना शामिल हैं। सर्दियों में प्रदूषण स्तर बढ़ जाता है क्योंकि ठंडी हवा और धुंध इन प्रदूषकों को वायुमंडल में स्थिर कर देती है, जिससे प्रदूषण की स्थिति और भी खराब हो जाती है।

केंद्र और दिल्ली सरकार के प्रयास

दिल्ली सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में वायु गुणवत्ता को सुधारने के लिए कई उपाय किए हैं, जैसे कि ग्रीन टैक्स, धूल नियंत्रण योजनाएं, और सार्वजनिक परिवहन में सुधार। हालांकि, इन उपायों के बावजूद, दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं आ पाया है, और प्रदूषण का स्तर लगातार चिंता का विषय बना हुआ है।

केंद्र सरकार ने भी वायु प्रदूषण के मुद्दे पर ध्यान देने के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जैसे कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम। लेकिन इस समस्या का समाधान सिर्फ स्थानीय प्रयासों से संभव नहीं है। इसके लिए एक समन्वित और सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों की भागीदारी भी शामिल होनी चाहिए।

स्वच्छ वायु की दिशा में भविष्य की योजनाएं

दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि वायु गुणवत्ता को सुधारने के लिए एक सुदृढ़ और दीर्घकालिक योजना बनाई जाए, जिसमें सभी संबंधित पक्षों का सहयोग हो। गोपाल राय ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बेहतर तालमेल से प्रदूषण की समस्या को प्रभावी ढंग से हल किया जा सकता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि वे इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करें और प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाएं।

दिल्ली सरकार की केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखकर सहयोग की अपील वायु प्रदूषण के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पत्र के माध्यम से दिल्ली सरकार ने यह संकेत दिया है कि प्रदूषण की समस्या को हल करने के लिए व्यापक और समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है। सभी संबंधित अधिकारियों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि दिल्ली में स्वच्छ और स्वस्थ वायु का वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।

source- दैनिक जागरण

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