अंतरिक्ष के रहस्यों से भरे धूमकेतु ए-3 को करीब 80 हजार साल बाद फिर से देखा जाएगा। यह धूमकेतु, जो वर्तमान में शनि और बृहस्पति के बीच स्थित है, अक्टूबर 2024 में पृथ्वी के बेहद करीब से गुजरेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक, इसे सितंबर में दूरबीन की मदद से देखा जा सकेगा, जबकि 12 अक्टूबर को यह नंगी आंखों से भी दिखाई देगा।
धूमकेतु की अद्वितीय यात्रा
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के वैज्ञानिकों के अनुसार, यह धूमकेतु 27 सितंबर 2024 को सूर्य के सबसे करीब पहुंचेगा और इसके बाद 12 अक्टूबर को पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। धूमकेतु ए-3 की खोज सबसे पहले 2023 में चीनी खगोलविदों और दक्षिण अफ्रीका की दूरबीनों ने की थी। यह धूमकेतु पृथ्वी से करीब 70 मिलियन किमी की दूरी से गुजरेगा, जिससे पृथ्वी को कोई खतरा नहीं होगा।
असाधारण नजारे की तैयारी
धूमकेतु ए-3 के इस अद्वितीय और दुर्लभ नजारे को देखने के लिए दुनिया भर के खगोलविद और वैज्ञानिक उत्साहित हैं। यह धूमकेतु अक्टूबर में आसमान का सबसे चमकीला तारा बनकर उभरेगा, जो पिछले 80,660 वर्षों में पहली बार ऐसा दृश्य प्रस्तुत करेगा।
धूमकेतु ए-3 का अस्सी हजार साल बाद पृथ्वी के करीब आना एक अनूठा और दुर्लभ खगोलिय घटना है, जो न केवल वैज्ञानिकों बल्कि आम जनता के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस अवसर पर धूमकेतु की अद्वितीय चमक और इसके आसमान में चमकदार रूप को देखना एक अविस्मरणीय अनुभव होगा। 12 अक्टूबर 2024 को इसका नंगी आंखों से अवलोकन करने का अवसर न गंवाएं, क्योंकि ऐसा नजारा अगली बार इतने लंबे अंतराल के बाद मिलेगा। इस ऐतिहासिक खगोलीय घटना के लिए तैयार रहना और इसका पूरा आनंद लेना, इस सदी की एक महत्वपूर्ण खगोलिय घटना का हिस्सा बनने का अनूठा अवसर प्रदान करेगा।
Source – हिंदुस्तान समाचार पत्र