19वें सीआईआई इंडिया-अफ्रीका बिजनेस कॉन्क्लेव का उद्घाटन करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जलवायु परिवर्तन को मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा करार दिया। उन्होंने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए दुनिया के सभी देशों को मिलकर प्रयास करने होंगे। कॉन्क्लेव में धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और अफ्रीका के बीच बढ़ते व्यापारिक संबंध न केवल आर्थिक समृद्धि की ओर ले जाएंगे, बल्कि वैश्विक जलवायु संकट का सामना करने में भी सहायक होंगे।
उपराष्ट्रपति ने कहा, “जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए हमें एकजुट होना होगा। इस सम्मेलन का विषय ‘भविष्य का निर्माण’ हमारी सभ्यता के लोकाचार को दर्शाता है, जिसमें सभी देशों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।” धनखड़ ने इस मौके पर अफ्रीकी संघ को जी-20 का स्थायी सदस्य बनाने की भी वकालत की, जिससे वैश्विक आर्थिक मंच पर अफ्रीका की भूमिका को और मजबूत किया जा सके।
भारत-अफ्रीका व्यापारिक संबंधों में नया आयाम:
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस अवसर पर भारत और अफ्रीका के बीच आर्थिक सहयोग को और बढ़ाने की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि दोनों क्षेत्र अगले सात वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 200 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रख सकते हैं। गोयल ने बताया कि कृषि, फार्मास्यूटिकल्स, खनन, पर्यटन, ऑटोमोबाइल, महत्वपूर्ण खनिज और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।
“जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए हमें एकजुट होना होगा। इस सम्मेलन का विषय ‘भविष्य का निर्माण’ हमारी सभ्यता के लोकाचार को दर्शाता है, जिसमें सभी देशों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।”
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
गोयल ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में भारत के पास अफ्रीका के लिए कई प्रभावशाली प्रस्ताव हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच यह सहयोग न केवल व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने में भी सहायक होगा।
जलवायु परिवर्तन और व्यापारिक सहयोग पर ध्यान केंद्रित:
धनखड़ ने अपने भाषण में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए तत्काल सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा की जानी चाहिए और सभी देशों को मिलकर समाधान खोजने का प्रयास करना चाहिए। धनखड़ ने कहा, “यह सम्मेलन एक साथ आने और एक साझा भविष्य की दिशा में काम करने का अवसर है। हमें एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना के साथ आगे बढ़ना होगा।”
भारत और अफ्रीका के लिए नई संभावनाओं का खुलासा:
कॉन्क्लेव में गोयल ने कहा कि भारत और अफ्रीका के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि यह कॉन्क्लेव दोनों देशों के लिए एक मंच प्रदान करता है, जहां वे अपने व्यापारिक संबंधों को और मजबूत कर सकते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी भूमिका को और अधिक महत्वपूर्ण बना सकते हैं। गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए कृषि, फार्मास्यूटिकल्स, खनन, पर्यटन, ऑटोमोबाइल, महत्वपूर्ण खनिज और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में कई अवसर हैं।
19वें सीआईआई इंडिया-अफ्रीका बिजनेस कॉन्क्लेव ने जलवायु परिवर्तन और भारत-अफ्रीका व्यापारिक संबंधों पर महत्वपूर्ण चर्चा की। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जलवायु परिवर्तन के खतरों से आगाह किया और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भारत और अफ्रीका के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने की दिशा में नए लक्ष्यों का प्रस्ताव रखा। इस कॉन्क्लेव से स्पष्ट है कि भारत और अफ्रीका मिलकर एक उज्जवल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए तैयार हैं, जिसमें जलवायु परिवर्तन और वैश्विक व्यापारिक सहयोग अहम भूमिका निभाएंगे।
Source- अमर उजाला