उत्तर प्रदेश में 28 और बिहार में एक मतदाता समेत नौ की गई जान
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में पिछले तीन महीनों में लू से 56 लोगों की मौत हुई है। इनमें से 24 मौतें मई में, 19 अप्रैल में और 13 मार्च में दर्ज की गईं। सबसे अधिक मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं। इसके बाद मध्य प्रदेश, राजस्थान, और उत्तर प्रदेश में हैं।
उत्तर प्रदेश और बिहार में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है। उत्तर प्रदेश में शनिवार को दो मतदान कर्मियों समेत 28 की मौत की जानकारी सामने आई है। वहीं शुक्रवार को 30 मतदान कर्मियों समेत 115 से अधिक लोग बीमार पड़े। बिहार में भी भीषण गर्मी से हालात गंभीर हो गए हैं। यहां 37 लोगों की मौत हो गई है। इन लोगों ने लू लगने से दम तोड़ दिया।
गर्मी का असर
बिहार के गया व आसपास के इलाके, सासाराम, नबादा, नवादा, भागलपुर, पटना और पूर्णिया में भीषण गर्मी का प्रकोप है। तापमान सामान्य से अधिक है। शनिवार को पटना का अधिकतम तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं गया का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पूर्णिया में भी गर्मी का असर दिख रहा है।
स्वास्थ्य सलाह
भीषण गर्मी और लू से बचने के लिए लोग दिन में बाहर निकलने से बचें और पर्याप्त पानी पिएं। हल्के और ढीले कपड़े पहनें और धूप में बाहर जाते समय सिर को ढक कर रखें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
स्थानीय प्रशासन की चेतावनी
मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। प्रशासन ने लू से बचने के उपायों को अपनाने की सलाह दी है और गंभीर स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता लेने का आग्रह किया है।
मुंगेर में ऑटोमेटिक मौसम केंद्र ने बताया था तीन डिग्री अधिकतम तापमान
नई दिल्ली। मौसम केंद्र के अनुसार, मुंगेर में 29 मई को अधिकतम तापमान 52.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इस असामान्य तापमान वृद्धि के कारण लोग गंभीर गर्मी से जूझ रहे हैं।
स्थिति का विश्लेषण
वर्तमान स्थिति: उत्तर प्रदेश और बिहार में गर्मी और लू का प्रकोप बहुत गंभीर है। बड़े पैमाने पर लोगों की मौत और बीमार होने की घटनाएं चिंता का विषय हैं।
स्वास्थ्य प्रभाव: गर्मी और लू के कारण हृदय, मस्तिष्क और अन्य अंगों पर भारी प्रभाव पड़ रहा है, जिससे लोगों की जान जा रही है।
सावधानियाँ और उपाय
सुरक्षा उपाय: लोगों को गर्मी से बचने के लिए पर्याप्त पानी पीना चाहिए, धूप में कम से कम समय बिताना चाहिए, और हल्के कपड़े पहनने चाहिए।
चिकित्सा सलाह: गर्मी और लू के लक्षणों को पहचानना और तत्काल चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण है।
गंभीरता: यह समाचार दर्शाता है कि भीषण गर्मी और लू एक गंभीर समस्या है जो कई लोगों की जान ले रही है।
सावधानी की आवश्यकता: लोगों को सतर्क रहने और स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों का पालन करने की आवश्यकता है।
सरकार और प्रशासन का योगदान: सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की गई सलाह और चेतावनी का पालन करना आवश्यक है।
इस प्रकार, भीषण गर्मी और लू से बचाव के लिए सभी सावधानियों को बरतना अत्यंत महत्वपूर्ण है।