शाकाहारी भोजन के फायदे और चुनौतियाँ: अध्ययन

saurabh pandey
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शाकाहारी भोजन, जो फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और फलियों से भरपूर होता है, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और खनिजों का उत्कृष्ट स्रोत है। इसके विपरीत, मांसाहारी भोजन प्रोटीन की आपूर्ति के लिए अधिक उपयुक्त माना जाता है। हाल ही में जॉर्जिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में शाकाहारी भोजन के लाभों और कुछ संभावित कमियों की जाँच की गई है।

शाकाहारी भोजन के लाभ:

  • कोलेस्ट्रॉल में कमी: अधिकांश शाकाहारियों में कुल कोलेस्ट्रॉल, एलडीएल (कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन) और एचडीएल के स्तर कम पाए गए, जो हृदय के लिए फायदेमंद हो सकता है।
  • हृदय रोग का खतरा कम: शाकाहारी भोजन से हृदय रोग और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है।
  • फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट: शाकाहारी आहार में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट की अधिक मात्रा होती है, जो समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है।

शाकाहारी भोजन की चुनौतियाँ:

  • विटामिन डी की कमी: शोध में पाया गया कि शाकाहारियों में मांसाहारी लोगों की तुलना में विटामिन डी का स्तर कम होता है।
  • कैल्शियम की कमी: अधिकांश शाकाहारियों में कैल्शियम का स्तर भी कम पाया गया, जिसका स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
  • ट्राइग्लिसराइड्स का उच्च स्तर: शाकाहारियों में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर अधिक पाया गया, जो चिंता का विषय हो सकता है।

व्यक्तिगत जरूरतों के हिसाब से आहार का चयन

शोधकर्ताओं का कहना है कि इस अध्ययन के परिणाम शाकाहारियों और मांसाहारियों को उनकी व्यक्तिगत जरूरतों के हिसाब से सबसे अच्छा आहार खोजने में मदद कर सकते हैं। आनुवंशिक भिन्नता भोजन की पसंद और पोषण को भी प्रभावित कर सकती है। जीन में भिन्नता यह अनुमान लगाती है कि आपका शरीर कुछ पोषक तत्वों पर कैसे प्रतिक्रिया देगा।

गुर्दे की सेहत पर प्रभाव

अध्ययन में पाया गया कि कुछ खाद्य पदार्थों से बचना, जैसे उच्च सोडियम वाले भोजन, प्रसंस्कृत मांस, और कार्बोनेटेड पेय, गुर्दे की रक्त निस्पंदन दर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है। विभिन्न प्रकार के भोजन के कारण गुर्दे की रक्त निस्पंदन दर भी कम या ज्यादा पाई गई।

यह अध्ययन दर्शाता है कि शाकाहारी भोजन के कई लाभ हैं, लेकिन यह सभी के लिए समान रूप से कारगर नहीं हो सकता। व्यक्तिगत पोषण आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आहार का चयन करना महत्वपूर्ण है। अध्ययन के परिणाम PLOS जेनेटिक्स पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं, जो इस दिशा में और शोध की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं।

Source and data- अमर उजाला

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