देशभर में मानसून की तात्कालिक बारिश के कारण स्थिति चिंताजनक हो गई है। उत्तराखंड में भूस्खलन के चलते बद्रीनाथ हाईवे बंद हो गया है, जिससे नंदप्रयाग के परधादीप और बाजपुर में वाहनों की आवाजाही करीब 10 घंटे तक ठप रही। हाईवे के दोनों ओर करीब 1200 श्रद्धालु और अन्य लोग फंसे हुए हैं।
देर शाम नोएडा, गाजियाबाद और अन्य इलाकों में भारी बारिश ने सड़कें जलमग्न कर दीं, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। झारखंड में मंगलवार से अब तक बिजली गिरने की घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन में 50 फीसदी बारिश हो चुकी है।
मौसम विभाग ने गुरुवार को महाराष्ट्र समेत 16 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गोवा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और कर्नाटक शामिल हैं।
उत्तराखंड के जागेश्वर धाम में जटागंगा नदी उफान पर है, और हरिद्वार में मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई और नौ लोग घायल हो गए। रुद्रप्रयाग में मंदाकिनी नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि से अफरातफरी मच गई है। प्रशासन ने केदारनाथ के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड और सोनप्रयाग को खाली कराने के निर्देश दिए हैं और तटीय इलाकों को हाई अलर्ट पर रखा है।
मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार, महाराष्ट्र में 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश की संभावना है, जबकि अन्य राज्यों में भी भारी बारिश की संभावना है। स्थिति को देखते हुए सभी नागरिकों और प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
source and data- अमर उजाला