कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक नई और प्रभावी बैक्टीरियल वैक्सीन विकसित की है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए प्रशिक्षित करती है। यह वैक्सीन कोलोरेक्टल (बड़ी आंत) और मेलेनोमा कैंसर में सफल साबित हुई है और इससे प्राथमिक और मेटास्टेटिक (फैलने वाले) ट्यूमर पर काबू पाया जा सका है।
प्रोबायोटिक बैक्टीरिया का प्रयोग
इस वैक्सीन को चूहों पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। शोध में पाया गया कि बैक्टीरिया की जन्मजात ट्यूमर-लक्ष्यीकरण क्षमता का लाभ उठाकर कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जा सकता है। यह व्यक्तिगत रोगियों के प्राथमिक ट्यूमर और मेटास्टेसिस (कैंसर का फैलाव) के अनुसार अनुकूलित किया जा सकता है, जिससे पुनरावृत्ति रोकने में मदद मिलेगी।
स्थानीय प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया और बिना साइड इफेक्ट के प्रभाव
शोध के अनुसार, बैक्टीरियल वैक्सीन का प्रयोग करते समय शरीर के अन्य स्वस्थ अंगों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं देखा गया। यह वैक्सीन उन जगहों पर भी सफल रही, जहां पारंपरिक कैंसर टीके और इम्यूनोथेरेपी कारगर साबित नहीं हो पाए थे।
- ट्यूमर के विकास को रोकने के लिए भी इस वैक्सीन का प्रभावी प्रयोग हुआ।
- चूहों पर परीक्षण के दौरान, ठीक होने के बाद भी जब कैंसर कोशिकाओं को दोबारा उत्पन्न करने का प्रयास किया गया, तो ट्यूमर का पुनर्विकास नहीं हुआ।
- इससे यह संकेत मिलता है कि वैक्सीन भविष्य में कैंसर की पुनरावृत्ति को भी रोक सकती है।
कैसे काम करती है बैक्टीरियल वैक्सीन?
शोधकर्ता अर्पिया के अनुसार, इस वैक्सीन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि बैक्टीरिया के माध्यम से दवाओं की उच्च सांद्रता को सीधे ट्यूमर तक पहुँचाया जा सकता है, जिसे अन्य चिकित्सा विधियों में हासिल करना कठिन है। यह प्रक्रिया स्थानीय प्रतिरक्षा उत्तेजना को भी नियंत्रित करती है, जिससे ट्यूमर के विरुद्ध प्रभावी और सीमित प्रतिक्रिया मिलती है।
“बैक्टीरियल वैक्सीन के माध्यम से हम ट्यूमर के आसपास प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को सटीक रूप से नियंत्रित कर सकते हैं, जिससे सामान्य दवाओं की तुलना में बेहतर परिणाम मिलते हैं,” अर्पिया ने कहा।
उन्नत कैंसर उपचार के लिए नई उम्मीद
शोध में यह भी पाया गया कि यह वैक्सीन उन ट्यूमर मॉडलों पर काम करती है, जिनका इलाज अन्य इम्यूनोथेरेपी से करना बेहद मुश्किल रहा है। एंटीट्यूमर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करने में यह सबसे अधिक प्रभावी साबित हुई है।
शोधकर्ता एंड्रयू रेडेंटी ने कहा, “यह वैक्सीन पारंपरिक पेप्टाइड-आधारित कैंसर टीकों से अधिक प्रभावी साबित हुई है और भविष्य में कैंसर के इलाज के लिए एक ठोस और स्थायी विकल्प बन सकती है।”
बैक्टीरियल वैक्सीन कैंसर के इलाज में इम्यूनोथेरेपी का एक उभरता हुआ विकल्प है, जो न केवल कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने में सक्षम है, बल्कि भविष्य में ट्यूमर के दोबारा विकसित होने से भी रोक सकती है। इस शोध के परिणामों ने कैंसर उपचार के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं।
हाल ही में यह शोध नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है और यह उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में इस तकनीक को व्यापक रूप से अपनाया जाएगा, जिससे कैंसर के इलाज को एक नई दिशा मिल सकेगी।