जम्मू-कश्मीर के गाँदरबल जिले में पिछले शनिवार और रविवार की रात बादल फटने के कारण गंभीर बाढ़ आ गई, जिससे श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया। बाढ़ के कारण कुछ मकान और धान के खेत भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। फिलहाल, एडीसी गुलजार अहमद के अनुसार, कोई हताहत की खबर नहीं है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राजमार्ग बंद होने के कारण कश्मीर घाटी का संपर्क लद्दाख से कट गया है और अमरनाथ यात्रा के बालटाल बेस कैंप तक पहुंचना भी कठिन हो गया है।
हिमाचल प्रदेश में हालात और भी गंभीर हैं। वहां, बादल फटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है और 45 लोग अब भी लापता हैं। मंडी जिले के राजबन में एक माँ और उसकी तीन महीने की बेटी के शव एक-दूसरे से लिपटे हुए मिले। शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि प्रभावित इलाकों में पुलों की मरम्मत जल्द शुरू की जाएगी और बेली ब्रिज खरीदे जाएंगे। राज्य में कुल 191 सड़कें बंद हैं।
उत्तराखंड में भी हालात चिंताजनक हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि अब तक 17,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। केदारनाथ में 370 से अधिक लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें हेलीकॉप्टर से निकाला जा रहा है। रामबाड़ा-चौमासी मार्ग पर भी 110 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और वायुसेना की मदद से राहत कार्य जारी है।
मौसम विभाग ने पांच राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, कोंकण क्षेत्र, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में बारिश की संभावना है। उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिसके कारण इन राज्यों में भारी बारिश हो रही है। केरल, तटीय कर्नाटक और तमिलनाडु में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में दो नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
source- अमर उजाला