हाल के दिनों में, सूर्य की सतह पर उठ रहे सौर तूफानों ने धरती के ध्रुवीय क्षेत्रों को अनूठे रंगीन आभा से नहा दिया है। ये भू-चुंबकीय तूफान ध्रुवों पर आकर अद्वितीय प्राकृतिक दृश्यों का निर्माण कर रहे हैं, जो अगले साल तक जारी रहने की संभावना जताई जा रही है।
सौर तूफानों की ताजातरीन गतिविधियों ने धरती के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर रंग-बिरंगे आभा का खेल शुरू कर दिया है। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान, नैनीताल के पूर्व सौर वैज्ञानिक डॉ. वहाबुद्दीन के अनुसार, इन सौर तूफानों के कारण धरती के ध्रुवीय क्षेत्रों में ऑरोरा की चमक और रंगीन आभा देखने को मिल रही है। ऑरोरा, जो उच्च ऊर्जा कणों द्वारा उत्पन्न रंगीन रोशनी होती है, इन तूफानों के दौरान अधिक स्पष्ट और जीवंत हो जाती है।
पिछले दो दिनों में आए तीव्र सौर तूफानों के कारण अमेरिका के कई शहरों में इस अद्भुत दृश्य का आनंद लिया गया। टेक्सास, मिसिसिपी, एरिजोना, कोलोराडो और कैलिफोर्निया समेत 30 से ज्यादा शहरों में भू-चुंबकीय सौर तूफानों के प्रभाव से ऑरोरा के रंगीन बादलों का दृश्य देखने को मिला। यह रंगीन आभा उन लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी है जो प्राकृतिक सौंदर्य और खगोल विज्ञान में रुचि रखते हैं।
अमेरिका के अलावा, दुनिया के अन्य हिस्सों में भी इस प्राकृतिक सौंदर्य का प्रभाव देखा जा रहा है। भारत के लेह-लद्दाख क्षेत्र में भी सौर तूफानों के कारण ऑरोरा के रंग देखने को मिल रहे हैं। भारी सौर तूफानों के दौरान, यह क्षेत्र रात के समय रंगीन रोशनी से भरा हुआ दिखाई देता है, जो स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव है।
भविष्यवाणियों के अनुसार, यह भू-चुंबकीय तूफानों का प्रभाव अगले साल तक जारी रह सकता है, जिससे ध्रुवीय क्षेत्रों में रंगीन आभा का यह अद्भुत प्रदर्शन लंबे समय तक देखने को मिल सकता है। यह प्राकृतिक घटना सौर गतिविधियों और पृथ्वी के बीच जटिल संबंधों को समझने में मदद करती है और विज्ञान के प्रति लोगों की रुचि को और बढ़ाती है।
सौर तूफानों की यह अद्वितीय गतिविधि और ऑरोरा के रंगीन नजारे पृथ्वी के आकाशीय सौंदर्य को एक नई परिभाषा प्रदान करते हैं, जो प्रकृति के अद्भुत और जटिल तंत्र को दर्शाते हैं।
सूर्य की सतह पर हो रहे सौर तूफानों ने धरती के ध्रुवीय क्षेत्रों में अद्वितीय रंगीन आभा का प्रदर्शन किया है, जो प्राकृतिक सौंदर्य का एक असाधारण उदाहरण प्रस्तुत करता है। ये तूफान और उनके द्वारा उत्पन्न ऑरोरा, पृथ्वी के आकाशीय परिदृश्य को जीवंत और रंगीन बना रहे हैं। अमेरिका के विभिन्न शहरों से लेकर भारत के लेह-लद्दाख तक, इन सौर गतिविधियों का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह प्राकृतिक घटना अगले साल तक जारी रह सकती है, जिससे ध्रुवीय क्षेत्रों में रंगीन आभा का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिल सकता है। इस प्रकार के दृश्य न केवल खगोल विज्ञान के प्रति लोगों की रुचि को बढ़ाते हैं, बल्कि धरती और सूर्य के बीच के जटिल संबंधों की गहराई को भी उजागर करते हैं।
Source- दैनिक जागरण