दिल्ली सरकार ने सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रीन वॉर रूम की शुरुआत की है। यह वॉर रूम सप्ताह के सातों दिन, 24 घंटे काम करेगा। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को जानकारी दी कि आठ सदस्यीय टीम द्वारा प्रदूषण के कारकों की निगरानी की जाएगी और नियंत्रण के उपाय लागू किए जाएंगे।
ग्रीन वॉर रूम की जिम्मेदारियां
ग्रीन वॉर रूम सात बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- ड्रोन से निगरानी: खुले में पराली और कूड़ा जलाने पर नजर।
- रियल टाइम सोर्स अप्पोजिशन स्टडी: वास्तविक समय में प्रदूषण के कारकों की पहचान।
- ग्रीन दिल्ली ऐप पर प्राप्त शिकायतों का समाधान।
- 13 हॉट स्पॉट की निरंतर निगरानी।
- 24 निगरानी केंद्रों से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण।
- AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) का मूल्यांकन।
पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ. नंदिता मोइत्रा को इस ग्रीन वॉर रूम की निगरानी समिति की प्रमुख नियुक्त किया गया है।
ग्रीन दिल्ली एप से जुड़ी शिकायतें
मंत्री गोपाल राय ने बताया कि आम जनता ग्रीन दिल्ली मोबाइल एप के माध्यम से दिल्ली में प्रदूषण के स्रोतों की शिकायत कर सकती है। हाल ही में इस ऐप पर 80,473 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 88% शिकायतों का समाधान कर दिया गया है।
शिकायतें 33 संबंधित विभागों को भेजी जाती हैं, जो तुरंत कार्रवाई करते हैं। इस एप के माध्यम से आम जनता भी प्रदूषण नियंत्रण में अपनी भागीदारी निभा सकती है।
पराली जलाने के बढ़ते मामले
पंजाब और हरियाणा के खेतों में पराली जलाने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। 15 दिनों में 198 मामले सामने आए हैं, जिनमें आधे से ज्यादा सिर्फ तीन जिलों से रिपोर्ट हुए हैं। अकेले पंजाब के अमृतसर में 67 मामले, जबकि हरियाणा के करनाल में 31 और कुरुक्षेत्र में 16 मामले दर्ज हुए हैं।
हरित कलश यात्रा और जागरूकता अभियान
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि जनता को जागरूक करने के लिए हरित कलश यात्रा भी निकाली जाएगी, जिसमें लोगों को ग्रीन दिल्ली एप का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह यात्रा मंगलवार को कनॉट प्लेस में निकाली जाएगी। इसके अलावा, निर्माण स्थलों पर नियमों का पालन नहीं होने की स्थिति में लोग फोटो खींचकर शिकायत कर सकते हैं।
दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए ये कदम प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा योगदान साबित होंगे। ग्रीन वॉर रूम और ग्रीन दिल्ली एप जैसी पहल न केवल प्रदूषण की निगरानी में मदद करेंगी, बल्कि जनता को भी प्रदूषण नियंत्रण में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करेंगी।
दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण के खिलाफ चलाया गया ग्रीन वॉर रूम और ग्रीन दिल्ली एप का उपयोग एक महत्वपूर्ण पहल है, जो राजधानी में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने में अहम भूमिका निभाएगा। सर्दियों के दौरान प्रदूषण की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए 24 घंटे सक्रिय निगरानी, पराली जलाने की घटनाओं पर रोक, और आम जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण है।
सरकार और नागरिकों के बीच इस सहयोग से प्रदूषण के बढ़ते खतरों से निपटने में मदद मिलेगी और दिल्ली की हवा को साफ रखने के प्रयासों में तेजी आएगी। यह पहल न केवल वर्तमान प्रदूषण को कम करेगी, बल्कि भविष्य के लिए एक स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण का निर्माण भी करेगी।