नेपाल में मूसलधार बारिश के कारण बिहार में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पूर्वी बिहार, कोसी और सीमांचल क्षेत्र में नदियों ने उफान पर आकर तबाही मचानी शुरू कर दी है। रविवार को छह तटबंध टूटने की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें से तीन सीतामढ़ी, और एक-एक पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, और शिवहर में हैं। इसके अलावा, बागमती नदी में पानी के स्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है, जिससे सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही
नेपाल में मूसलधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में रविवार को मरने वालों की संख्या 170 तक पहुंच गई है। सुरक्षा बलों ने 3661 लोगों को बचाया है, और 42 लोग अभी भी लापता हैं। काठमांडू घाटी में यातायात और सामान्य गतिविधियां ठप हो गई हैं, जिसके चलते देशभर के स्कूल तीन दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं।
नेपाल और बिहार में लगातार हो रही बारिश ने भारी तबाही मचाई है। तटबंधों के टूटने और बाढ़ के कारण कई लोगों की जानें गई हैं, और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि राहत कार्य जारी हैं, मौसम की स्थिति को देखते हुए आगे और चुनौतियां आने की संभावना है। दोनों देशों को मिलकर इस संकट का सामना करने और आपदा प्रबंधन को और प्रभावी बनाने की आवश्यकता है।
बाढ़ का पानी सैकड़ों गांवों में घुसा
पश्चिमी चंपारण में एक सुरक्षा बांध भी टूट गया है, जिससे हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। जोगबनी रेलवे स्टेशन पर पानी आ जाने के कारण छह घंटे तक ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। पिछले कुछ दिनों में पूर्वी बिहार और कोसी क्षेत्र में बाढ़ से पांच लोगों की जान चली गई है।
विपत्ति में बाढ़ और भूस्खलन
भागलपुर में 60 साल पुराने पुल का स्लैब गिरने से ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ है। बारिश के कारण कई कच्चे मकान गिर गए, जिसमें पांच लोगों की जान गई। बांका में नहर का एक हिस्सा टूटने से 50 एकड़ धान की फसल डूब गई है। शिवहर और दरभंगा में कोसी बांध में पानी लीक होने से कई गांव बाढ़ के पानी में डूब गए हैं, जिसके कारण स्थानीय लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है।
बंगाल में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के निवासियों से सुरक्षित रहने की अपील की है, जबकि बंगाल के जिलों में बाढ़ की स्थिति को खतरनाक बताया गया है। ओडिशा के राउरकेला में तीन ग्रामीण तीन दिनों से ईब नदी के एक टापू पर फंसे हुए थे, जिन्हें एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित बचा लिया।
नेपाल में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने बिहार में भयावह स्थिति उत्पन्न कर दी है, जिससे नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है और बाढ़ की स्थितियों ने सैकड़ों गांवों को प्रभावित किया है। तटबंधों के टूटने और बाढ़ के कारण कई लोगों की जानें गई हैं, और हजारों लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। राहत कार्य चल रहे हैं, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर है। इस संकट के बीच, दोनों देशों को प्रभावी आपदा प्रबंधन और सहयोग की आवश्यकता है ताकि लोगों की जान और संपत्ति की रक्षा की जा सके। आगामी दिनों में मौसम की स्थिति के साथ ही राहत और पुनर्वास की योजनाएं भी महत्वपूर्ण होंगी।