सर्दियों का मौसम आते ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण की समस्या गंभीर हो जाती है। लेकिन इस बार केवल सरकारी विभाग ही नहीं, बल्कि NCR का हर नागरिक भी प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में अपनी भूमिका निभाएगा। वायु गुणवत्ता आयोग (CAQM) ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए संशोधित ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) जारी किया है। इसके साथ ही एक नागरिक चार्टर भी पेश किया गया है, जिसमें प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारियों को विस्तार से समझाया गया है।
GRAP के चार चरण और नागरिकों की जिम्मेदारी
GRAP के अंतर्गत प्रदूषण की गंभीरता को चार चरणों में विभाजित किया गया है, जो वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के स्तर पर निर्भर करेगा। हर चरण में नागरिकों को कुछ खास जिम्मेदारियाँ निभानी होंगी, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके। यह नागरिक चार्टर NCR के प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण प्रहरी के रूप में कार्य करने की दिशा में प्रेरित करता है।
हालांकि इस चार्टर का पालन स्वैच्छिक है, इसका पालन न करने पर कोई सजा नहीं दी जाएगी। लेकिन यह पहल इसलिए महत्वपूर्ण है ताकि लोग अपनी रोजमर्रा की आदतों में परिवर्तन करके प्रदूषण को कम करने में योगदान दें।
नागरिक चार्टर की मुख्य बातें
GRAP के पहले चरण के तहत, जो तब लागू होता है जब AQI का स्तर 201 से 300 (खराब) के बीच हो, नागरिकों से निम्नलिखित अपेक्षाएँ की गई हैं:
- वाहन की देखरेख: अपने वाहन के इंजन को सही तरीके से ट्यून करवाना जरूरी है ताकि वह कम प्रदूषण फैलाए।
- वाहन के टायरों की देखभाल: टायरों में हवा का सही दबाव बनाए रखें, इससे न केवल ईंधन की बचत होगी बल्कि प्रदूषण भी कम होगा।
- PUC प्रमाणपत्र: यह सुनिश्चित करें कि आपके वाहन का प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) वैध हो और समय-समय पर अपडेट होता रहे।
- लाल बत्ती पर इंजन बंद करें: जब आप लाल बत्ती पर रुकें तो अपने वाहन का इंजन बंद करना न भूलें, इससे ईंधन बचेगा और वायु प्रदूषण कम होगा।
- हाइब्रिड या इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग: पर्यावरण के अनुकूल हाइब्रिड या इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करने को प्राथमिकता दें।
- सूचना दें: अगर आप वायु प्रदूषण फैलाने वाली किसी भी गतिविधि को देखते हैं, तो 311 ऐप, ग्रीन दिल्ली ऐप या SAMEER ऐप पर इसकी जानकारी दें।
- पेड़ लगाएं: नागरिकों को पेड़ लगाने और उन्हें संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है, ताकि हरे-भरे क्षेत्र बढ़ें और प्रदूषण कम हो।
- पर्यावरण के अनुकूल त्योहार: त्योहारों को अधिक पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाने की सलाह दी गई है, खासकर पटाखों का उपयोग न करने का आग्रह किया गया है।
- पुराने वाहनों का उपयोग न करें: ऐसे वाहन जिनकी एक्सपायरी डेट समाप्त हो चुकी है, उनका उपयोग प्रदूषण बढ़ा सकता है, इसलिए इनसे बचें।
प्रदूषण की समस्या को हल करने में नागरिकों की भूमिका
सर्दियों में NCR में प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ जाता है। इस समय को ध्यान में रखते हुए CAQM ने यह कदम उठाया है ताकि प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में सरकारी प्रयासों के साथ-साथ आम जनता की भी भागीदारी हो। हर छोटे-छोटे कदम से बड़े परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं, और नागरिकों की भागीदारी इस दिशा में एक सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
इसके साथ ही, नागरिकों को यह भी सुझाव दिया गया है कि वे व्यक्तिगत रूप से उन गतिविधियों से बचें जो प्रदूषण बढ़ाती हैं, जैसे अनावश्यक रूप से वाहन चलाना, पटाखे जलाना, और कचरा जलाना। यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी हर नागरिक की है कि वह अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखे।
NCR में प्रदूषण नियंत्रण की लड़ाई में हर नागरिक की भूमिका बेहद अहम है। सरकारी विभाग अपने स्तर पर जो कर सकते हैं, वह कर रहे हैं, लेकिन नागरिकों का सहयोग भी उतना ही जरूरी है। वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, और इसे हल करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
अगर हर नागरिक अपने छोटे-छोटे प्रयासों के माध्यम से इस समस्या को हल करने में जुट जाए, तो प्रदूषण के स्तर को काफी हद तक कम किया जा सकता है और NCR की वायु गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकता है।
इस लड़ाई में हम सभी को पर्यावरण प्रहरी के रूप में काम करना होगा, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिल सके।
NCR में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए केवल सरकारी प्रयास ही पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी भी बेहद जरूरी है। वायु गुणवत्ता आयोग (CAQM) द्वारा जारी GRAP और नागरिक चार्टर हमें इस दिशा में मार्गदर्शन देते हैं। अगर हम सभी अपने-अपने स्तर पर छोटे-छोटे बदलाव करें, जैसे कि वाहन का सही उपयोग, पटाखों से बचना, पेड़ लगाना, और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की सूचना देना, तो हम सामूहिक रूप से वायु प्रदूषण के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई लड़ सकते हैं।
प्रदूषण के खिलाफ यह जंग केवल एक सरकारी मुहिम नहीं है, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है। हमें पर्यावरण प्रहरी बनकर अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ और स्वस्थ रखने के लिए प्रतिबद्ध होना होगा। छोटे-छोटे प्रयासों से ही बड़े बदलाव संभव हैं, और अगर हर नागरिक इस पहल में शामिल होता है, तो NCR को एक स्वच्छ और सुरक्षित स्थान बनाया जा सकता है।
Source- dainik jagran