विश्व बांस दिवस: पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

saurabh pandey
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हर साल 18 सितंबर को विश्व बांस दिवस मनाया जाता है, जो बांस जैसे बहुमुखी, पर्यावरण के अनुकूल और तेजी से बढ़ने वाले पौधे के महत्व को रेखांकित करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन का उद्देश्य बांस के विभिन्न उपयोगों, इसके पर्यावरणीय और सांस्कृतिक लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।

बांस की विशेषताएं और उपयोग

दुनिया भर में बांस की 1500 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। यह सूखा सहनशील पौधा गर्मी में भी अपनी पत्तियों को मोड़कर बचाव करता है और इसे एक मजबूत, लचीला, टिकाऊ संसाधन माना जाता है। इसके विविध उपयोग, जैसे कि निर्माण सामग्री, फर्नीचर, कला और संगीत वाद्ययंत्र बनाने से लेकर भोजन और दवा तक, इसे बहुउपयोगी बनाते हैं।

भारत और चीन जैसे देशों में बांस का भोजन के रूप में भी उपयोग होता है, जबकि इसकी पत्तियों से तैयार चाय स्वास्थ्य लाभ देती है। इसके अलावा, बांस के वन्यजीवों के लिए आवास के रूप में महत्व के कारण इसकी जैव विविधता संरक्षण में भी अहम भूमिका है।

विश्व बांस दिवस का इतिहास

2009 में विश्व बांस संगठन द्वारा पहली बार इस दिन को मनाने का प्रस्ताव रखा गया। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य बांस के बहुमुखी और टिकाऊ उपयोगों को बढ़ावा देना और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करना है। यह दिन, भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन के साथ मेल खाता है, जो बांस के टिकाऊ उपयोग के बड़े समर्थक थे।

बांस की वैश्विक महत्ता

बांस न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान देता है बल्कि गरीबी उन्मूलन और आर्थिक सुधार में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। यह निर्माण उद्योग, फर्नीचर उद्योग और यहां तक कि खाद्य और चिकित्सा क्षेत्रों में भी व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

बांस की खेती से किसानों की आय बढ़ सकती है, जबकि इसकी उपयोगिता से पर्यावरणीय प्रभाव कम हो सकता है। बांस के उद्योगों में नवाचार को प्रोत्साहन मिल रहा है, और इसकी जिम्मेदारी पूर्ण खेती और उपयोग के लिए सरकारों, संगठनों और लोगों के बीच सहयोग बढ़ रहा है।

विश्व बांस दिवस हमें इस बहुमूल्य संसाधन के महत्व को समझने और इसे बेहतर ढंग से उपयोग करने के लिए प्रेरित करता है। बांस जैसे पौधों के संरक्षण और इसके जिम्मेदार उपयोग से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा, बल्कि यह सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति में भी सहायक साबित होगा।

विश्व बांस दिवस हमें इस बहुमुखी और टिकाऊ संसाधन के महत्व को समझने का एक अद्वितीय अवसर प्रदान करता है। बांस न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि इसके उपयोग से आर्थिक और सामाजिक सुधार भी संभव हैं। इसके विभिन्न उपयोगों से लेकर पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता की सुरक्षा तक, बांस का योगदान व्यापक और महत्वपूर्ण है। यह दिवस हमें सतत विकास, गरीबी उन्मूलन और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने की दिशा में प्रेरित करता है, और हमें बांस के टिकाऊ और जिम्मेदार उपयोग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल देता है।

Source- down to earth

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