अमेरिका में प्रकाश प्रदूषण और अल्जाइमर के बीच संबंध पर नया अध्ययन

saurabh pandey
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एक हालिया अध्ययन ने अमेरिका के 48 राज्यों में रात्रिकालीन प्रकाश प्रदूषण और अल्जाइमर रोग के बीच संभावित संबंध की ओर इशारा किया है। रश यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन में पाया गया कि रात में स्ट्रीट लाइट और व्यावसायिक प्रदूषण से अल्जाइमर रोग का जोखिम बढ़ सकता है। अध्ययन ने प्रकाश प्रदूषण को उम्र बढ़ने से संबंधित विकारों के विकास के एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक के रूप में पहचाना है।

रात्रिकालीन प्रकाश और नींद पर प्रभाव

शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि अनियमित नींद पैटर्न और जैविक घड़ी का विघटन मनोभ्रंश में एक सामान्य विशेषता है, जो हल्के संज्ञानात्मक गिरावट को तेज कर सकती है। विशेष रूप से, 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों में अल्जाइमर रोग रात्रिकालीन प्रकाश प्रदूषण से अधिक मजबूती से जुड़ा पाया गया है।

प्रकाश प्रदूषण के अन्य जोखिम कारकों की तुलना

जबकि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और अवसाद जैसे चयापचय संबंधी स्थितियाँ अल्जाइमर रोग के ज्ञात जोखिम कारकों में शामिल हैं, अध्ययन में पाया गया कि रात्रिकालीन प्रकाश प्रदूषण का प्रभाव इन जोखिम कारकों की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण हो सकता है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि 30 वर्ष से कम आयु के लोगों में रात के समय तेज रोशनी के संपर्क से अल्जाइमर रोग का खतरा बढ़ सकता है, हालांकि इसके लिए अधिक अनुसंधान की आवश्यकता है।

प्रकाश प्रदूषण और अल्जाइमर रोग के संभावित कारक

अध्ययन ने यह सुझाव दिया कि रात में प्रकाश के संपर्क में आने से नींद में व्यवधान, जैविक घड़ी का विघटन, और सूजन में वृद्धि जैसी प्रक्रियाएं अल्जाइमर रोग को बढ़ावा दे सकती हैं। युवा लोगों की बढ़ती संवेदनशीलता और शहरी जीवनशैली भी इस संदर्भ में महत्वपूर्ण हो सकती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि जीनोटाइप और जैविक तनाव प्रतिक्रिया जैसे कारक भी भूमिका निभा सकते हैं।

आगे के अनुसंधान की आवश्यकता

शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के परिणामों को देखते हुए अतिरिक्त अनुसंधान की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें घर के अंदर और बाहर की रोशनी के प्रभावों का अध्ययन और वृद्धावस्था से संबंधित स्थितियों की समीक्षा शामिल है। यह अध्ययन अल्जाइमर रोग के जोखिमों को समझने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है और प्रकाश प्रदूषण के स्वास्थ्य पर प्रभावों के अध्ययन में नई दिशा प्रदान कर सकता है।

अमेरिका के 48 राज्यों में रात्रिकालीन प्रकाश प्रदूषण और अल्जाइमर रोग के बीच संबंध पर किए गए अध्ययन ने एक महत्वपूर्ण विचार को उजागर किया है। अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि रात के समय के प्रकाश प्रदूषण का अल्जाइमर रोग के जोखिम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, विशेषकर 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में। अनियमित नींद पैटर्न और जैविक घड़ी का विघटन भी इस संबंध में महत्वपूर्ण कारक हो सकते हैं।

अध्ययन के निष्कर्षों से यह स्पष्ट होता है कि रात्रिकालीन प्रकाश प्रदूषण को नियंत्रण में लाना और नींद की गुणवत्ता को सुधारना अल्जाइमर रोग की रोकथाम और प्रबंधन में सहायक हो सकता है। हालांकि, इस विषय पर और अधिक अनुसंधान की आवश्यकता है ताकि प्रकाश प्रदूषण और अल्जाइमर रोग के बीच के संबंध को बेहतर ढंग से समझा जा सके और प्रभावी नीतियों और उपायों को लागू किया जा सके।

Source- dainik jagran

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