आईजीआई एयरपोर्ट ने कार्बन उत्सर्जन शून्य करने का लक्ष्य समय से पहले पूरा किया

saurabh pandey
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इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI) ने अपने पर्यावरणीय प्रयासों के तहत वर्ष 2030 तक कार्बन उत्सर्जन शून्य करने के लक्ष्य को समय से पहले ही हासिल कर लिया है। एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) ने IGI एयरपोर्ट को देश का पहला कार्बन मुक्त एयरपोर्ट घोषित किया है, जो इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने इस सफलता पर खुशी जताई है, और इसे जलवायु परिवर्तन से संबंधित चुनौतियों के बीच उनके निरंतर प्रयासों की वैश्विक मान्यता के रूप में देखा है। IGI एयरपोर्ट ने स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें अक्षय ऊर्जा के स्रोतों का उपयोग और इलेक्ट्रिक वाहनों की शुरुआत शामिल है।

पर्यावरणीय प्रयासों में शामिल प्रमुख कदम:

  • अक्षय ऊर्जा: एयरपोर्ट की कुल बिजली की आवश्यकता में 6% हिस्सा सौर पैनलों से प्राप्त होता है, जबकि बाकी 94% बिजली हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी से आती है।
  • इलेक्ट्रिक वाहन: एयरपोर्ट पर पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग किया गया, जिससे कार्बन उत्सर्जन में महत्वपूर्ण कमी आई।
  • एलिवेटेड टैक्सी वे: हाल ही में बनाए गए एलिवेटेड टैक्सी वे से विमानों को कम दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम हुआ है।

डायल के अनुसार, एयरपोर्ट पर खास डिवाइस की मदद से वाहनों की गति और ईंधन की खपत पर नजर रखी जाती है, जिससे ईंधन की खपत में कमी आई है और कुल मिलाकर 8,82,200 किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन कम हुआ है।

एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल ने कार्बन उत्सर्जन शून्य करने के लिए पांच स्तर निर्धारित किए हैं, और IGI एयरपोर्ट ने इन सभी स्तरों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह उपलब्धि देशभर में कार्बन न्यूट्रल एयरपोर्ट की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती है।

यह सफलता न केवल IGI एयरपोर्ट की पर्यावरणीय प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला करने के लिए नई और अभिनव तकनीकों को अपनाना कितना महत्वपूर्ण है।

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI) द्वारा वर्ष 2030 तक कार्बन उत्सर्जन शून्य करने का लक्ष्य समय से पहले पूरा करना पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल द्वारा IGI एयरपोर्ट को देश का पहला कार्बन मुक्त एयरपोर्ट घोषित किया गया है, जो इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।

यह सफलता एयरपोर्ट के स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों के उपयोग, इलेक्ट्रिक वाहनों की शुरुआत, और अत्याधुनिक अवसंरचनात्मक परियोजनाओं की वजह से संभव हुई है। IGI एयरपोर्ट ने अक्षय ऊर्जा, सौर पैनलों, और हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी के उपयोग से न केवल अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम किया है, बल्कि इलेक्ट्रिक वाहनों और एलिवेटेड टैक्सी वे जैसी पहलों के जरिए पर्यावरणीय प्रभाव को भी कम किया है।

इस उपलब्धि से यह स्पष्ट होता है कि पर्यावरणीय जिम्मेदारी को निभाते हुए भी उच्च मानकों को प्राप्त किया जा सकता है। IGI एयरपोर्ट का यह प्रयास अन्य एयरपोर्ट्स और संस्थानों के लिए एक प्रेरणा है, जो जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है। यह प्रदर्शित करता है कि संगठनों और शहरों के बीच ठोस पर्यावरणीय नीतियों और नवाचारों के साथ, टिकाऊ और हरित विकास की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति संभव है।

Source- दैनिक जागरण  

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