भारी बारिश से उत्तर भारत में तबाही: चारधाम से लेकर पंजाब तक संकट

saurabh pandey
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उत्तर भारत में लगातार भारी बारिश और भूस्खलन ने कई राज्यों को प्रभावित किया है। मौसम की मार से चारधाम यात्रा मार्ग, अमरनाथ यात्रा, और अन्य प्रमुख सड़कें बाधित हो गई हैं, जिससे हजारों लोग फंस गए हैं और राहत कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है।

चारधाम मार्ग पर भूस्खलन और बाधित यातायात

उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण चारधाम को जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्गों पर कई स्थानों पर भूस्खलन हो गया है। रुद्रप्रयाग, टिहरी, और चमोली जिलों में भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। विशेषकर केदारनाथ पैदल मार्ग और गंगोत्री, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्गों पर भारी मलबा जमा हो गया है, जिससे यातायात ठप हो गया है। टिहरी जिले के अंथवाल गांव में मकानों में दरारें आने से 35 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी पड़ी है।

अमरनाथ यात्रा भी स्थगित

भारी बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा के बालटाल मार्ग को स्थगित कर दिया गया है। पहलगाम मार्ग पहले से मरम्मत कार्य के लिए बंद था। कश्मीर संभागीय आयुक्त वीके बिधूड़ी ने बताया कि दोनों मार्गों पर यात्रा स्थगित करने का निर्णय लिया गया है ताकि मरम्मत और रखरखाव का कार्य पूरा किया जा सके।

पंजाब में बरसाती नदी में हादसा

पंजाब के होशियारपुर जिले के जैजों में रविवार को एक कार (एसयूवी) बरसाती नदी में बह जाने से एक ही परिवार के आठ सदस्यों समेत नौ लोगों की मौत हो गई है। दो लोग अभी भी लापता हैं। दुर्घटना के समय परिवार एक विवाह समारोह में शामिल होने जा रहा था। स्थानीय लोगों ने चालक को चेताया था, लेकिन वाहन नदी की तेज लहरों में बह गया।

हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और सड़कें बंद

हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण 288 सड़कें बंद हो गई हैं। पूह और कौरिक के बीच अचानक आई बाढ़ और नेगुलसरीन के पास भूस्खलन के कारण किन्नौर का संपर्क राजधानी शिमला से टूट गया है।

बिहार और पश्चिमी चंपारण में जलभराव

बिहार के विभिन्न हिस्सों में मानसून सक्रिय है, जिससे जलभराव की स्थिति बनी हुई है। पश्चिमी चंपारण में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य जिलों में येलो अलर्ट है।

इन घटनाओं के चलते प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं और प्रशासन द्वारा लोगों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है। बारिश के मौसम के साथ-साथ राहत और बचाव कार्यों में जुटे अधिकारियों की लगातार निगरानी से स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की जा रही है।

Source – दैनिक जागरण

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