सावन के आगमन के साथ ही दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में मानसून ने सक्रियता दिखायी है। मंगलवार को दिल्ली और नजदीकी इलाकों में भारी बारिश हुई, जबकि कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी और ठंडी हवाएं चलीं। वहीं, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण गुजरात और महाराष्ट्र में स्थिति गंभीर हो गई है।
मुंबई में भारी बारिश के चलते कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं, और गुजरात के कच्छ जिले के नखत्राणा तालुका में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। सड़कों पर तेज बहाव के कारण लोगों का जीवन प्रभावित हो गया है।
मौसम विभाग ने यूपी और उत्तराखंड समेत 11 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के तहत कांगड़ा, धर्मशाला, पालमपुर और धौला कुआं में भारी बारिश हुई है। शिमला और धर्मशाला में बूंदाबांदी हुई, और प्रदेश में 25 सड़कें, 97 बिजली ट्रांसफार्मर और 13 पेयजल योजनाएं ठप हो गई हैं। मौसम विभाग ने 29 जुलाई तक मानसून सक्रिय रहने की संभावना जतायी है।
जिन राज्यों में बहुत भारी बारिश की संभावना है, उनमें उत्तराखंड, यूपी, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी और राजस्थान में 26 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
गुजरात के गांधीनगर में भारी बारिश के कारण कॉलोनियों में पानी भर गया है। कच्छ जिले में कई नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। यहाँ सड़कों पर तेज बहाव हो रहा है और जिले की 47 सड़कों पर यातायात प्रभावित हो गया है। प्रशासन स्थिति की निगरानी कर रहा है और एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है।
source and data – अमर उजाला