मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 जुलाई को होने वाले वृक्षारोपण अभियान को जन आंदोलन का रूप देने के लिए जनप्रतिनिधियों से वर्चुअल संवाद किया। उन्होंने ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों, जिला पंचायत अध्यक्षों, नगर पंचायत अध्यक्षों, नगर पालिका अध्यक्षों, नगर निगमों के महापौरों और अन्य जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे न केवल पौधे लगाएं बल्कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी लें।
योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि वृक्षारोपण के साथ-साथ ट्री गार्ड भी लगाएं और सुनिश्चित करें कि पौधों की देखभाल की जाए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को प्रेरित किया कि वे पौधे लगाने के साथ सेल्फी लें और उन्हें इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अपलोड करें।
पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण की दिशा में विशेष पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न प्रकार के पौधे लगाएं, जैसे छायादार, फलदार, लकड़ी और औषधीय पौधे। उन्होंने नदियों को बचाने के लिए भी वृक्षारोपण की आवश्यकता पर जोर दिया और ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ’ के संदेश से लोगों को जोड़ने की अपील की।
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मां के नाम पर एक पेड़’ लगाने के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश का हर नागरिक इस भावना से जुड़ेगा और ‘वन महोत्सव’ को अभूतपूर्व सफल बनाने में योगदान देगा।
मुख्य बिंदु
- वृक्षारोपण अभियान को जन आंदोलन बनाने की पहल।
- पौधों की सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी।
- विभिन्न प्रकार के पौधे लगाने का सुझाव।
- ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ’ का संदेश।
पौधारोपण अभियान की समीक्षा
सरकार ने सभी विभागों को पौधारोपण अभियान के लिए पौधे लगाने का लक्ष्य दिया है। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भी इस अभियान की समीक्षा की और सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी करने के निर्देश दिए।
वृक्षारोपण के लिए प्रमुख स्थान
मुख्यमंत्री ने पीपल, पाकड़, जामुन, आम, नीम, गुटेल, बरगद, हरसिंगार, मौलश्री, चितवन, अर्जुन आदि के पौधे लगाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इन्हें निराश्रित गोशाला में लगाया जा सकता है। योगी आदित्यनाथ ने राज्य कर विभाग को जल्द से जल्द इस संबंध में योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण का संकल्प जनसहभागिता के बिना पूरा नहीं हो सकता। इसके लिए उन्होंने विस्तृत कार्ययोजना बनाकर निर्देश दिए हैं। वे 20 जुलाई को होने वाले वृक्षारोपण समारोह में शामिल होंगे।
वृक्षारोपण के महत्व पर जोर
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पिछले 7 वर्षों में 168 करोड़ से अधिक पौधे लगाए हैं, जिनमें से 75-80 फीसदी पौधे सुरक्षित हैं। इस बार सरकार का लक्ष्य 36.50 करोड़ पौधे लगाने का है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रदेश में दोबारा ऐसी भीषण गर्मी न पड़े।
जनसहभागिता का महत्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक देशवासी को ‘माँ के नाम पर एक पेड़’ लगाने की प्रेरणा दी है। प्रदेश का प्रत्येक नागरिक इस भावना से जुड़कर इस वर्ष के वन महोत्सव को सफल बनाने में योगदान देगा।
जल संरक्षण और अन्य पर्यावरणीय उपाय
योगी आदित्यनाथ ने भूजल स्तर को बनाए रखने के लिए जल संरक्षण पर जोर दिया और प्रत्येक गांव में कम्पोस्ट पिट तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील की।
कार्बन क्रेडिट का लाभ
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले 7 वर्षों में किए गए प्रयासों का परिणाम है कि प्रदेश को कार्बन क्रेडिट के रूप में 200 करोड़ रुपए मिलने जा रहे हैं, जिसका लाभ 25 हजार किसानों को मिलेगा।
सम्मानित किए जाएंगे योगदानकर्ता
अभियान में योगदान देने वालों को शीघ्र ही सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ग्राम प्रधानों, क्षेत्र और जिला पंचायत अध्यक्षों, नगर निकायों के अध्यक्षों और महापौरों से वर्चुअल संवाद करते हुए यह बातें कहीं।
source and data-दैनिक जागरण /अमर उजाला