भीषण गर्मी से देश के 150 प्रमुख जलाशयों का जलस्तर घटा, केवल 21 फीसदी पानी शेष

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केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की ताजा रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, देश के प्रमुख 150 जलाशयों में जल भंडारण क्षमता 54.310 बीसीएम है, जबकि पिछले साल इसी समय 257.812 बीसीएम पानी उपलब्ध था। वृत्तसंवितवार तक उपलब्ध जलाशयों में जलस्तर घटकर 37.662 बीसीएम हो गया है।

नई दिल्ली। भीषण गर्मी की वजह से देशभर के 150 प्रमुख जलाशयों में उपलब्ध कुल भंडारण क्षमता का महज 21 फीसदी पानी रह गया है। वृत्तसंवितवार तक इन जलाशयों में उपलब्ध भंडारण क्षमता 37.662 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है।

दक्षिणी के जलाशय सबसे अधिक प्रभावित

जलाशय क्षमता के मामले में दक्षिणी क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसी राज्यों में 42 जलाशयों में से 21 फीसदी पानी ही बचा है। इनकी कुल क्षमता 53.334 बीसीएम है। उपलब्ध जल में सबसे ज्यादा 16 फीसदी और सबसे कम 20 फीसदी का समान अनुपात है।

उत्तरी राज्यों में भी हालात खराब

उत्तरी राज्यों में भी हालात खराब हैं। हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान सहित उत्तरी राज्यों में 10 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 19.663 बीसीएम है। इनका वर्तमान लाइव भंडारण 5.488 बीसीएम है, जो इनकी क्षमता का 28 फीसदी ही है।

पूर्वी क्षेत्र में जल संग्रहण में भी कमी

पूर्वी क्षेत्र में जल संग्रहण में भी कमी है। असम, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मणिपुर और बिहार के कुल 23 जलाशयों में उपलब्ध जल 20.430 बीसीएम के मुकाबले वर्तमान में केवल 19 फीसदी यानी 3.873 बीसीएम पानी है।

पश्चिमी क्षेत्र के जलाशयों में 7.608 बीसीएम पानी

पश्चिमी क्षेत्र में महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा सहित 27 जलाशयों की कुल क्षमता 31.130 बीसीएम है। इसमें से मात्र 7.608 बीसीएम पानी उपलब्ध है, जो कि उनकी कुल क्षमता का 24 फीसदी है।

मध्य क्षेत्र में भी भंडारण क्षमता कम

मध्य क्षेत्र में भंडारण क्षमता में कमी आई है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में 26 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 37.286 बीसीएम है। वर्तमान में यहाँ 12.185 बीसीएम पानी है, जो उनकी कुल क्षमता का 25 फीसदी ही है।

post created by सौरभ पाण्डेय

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