पिछले साल अक्टूबर में सिक्किम और आसपास के क्षेत्रों में तबाही मचाने वाली तीस्ता नदी एक बार फिर से उत्तर सिक्किम के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण उफान पर है। गुरुवार को मंगन जिले में भूस्खलन से दर्जनों कच्चे और पक्के मकान ढह गए। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग लापता हैं। पिछले साल की बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुआ नया सांक्लांग पुल गुरुवार दोपहर फिर से बह गया। इसके कारण देश के विभिन्न हिस्सों से आए 1500 से अधिक पर्यटक सिक्किम के लाचुन और चुंगथांग पर्यटन स्थलों पर फंसे हुए हैं। हालाँकि, उन्हें कोई खतरा नहीं है।
मुख्यमंत्री ने ली स्थिति का जायजा
राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग अरुणाचल प्रदेश में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे। आपदा की खबर मिलते ही वे सिक्किम लौट आए। कई दिनों से हो रही बारिश के कारण तीस्ता नदी का जल स्तर बढ़ रहा था। बुधवार देर रात से भारी बारिश शुरू हो गई, जिससे उत्तर सिक्किम के कई क्षेत्रों में स्थिति बिगड़ गई है।
कई सड़कें बह गईं, मोबाइल नेटवर्क ठप
तीस्ता नदी के उफान से किनारे स्थित शहरों और गांवों में भारी नुकसान हुआ है। मंगन को गंगटोक से जोड़ने वाली मुख्य सड़क सहित कई सड़कें बह गई हैं या क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उत्तर सिक्किम राजधानी गंगटोक और देश के बाकी हिस्सों से कट गया है। तीस्ता नदी के किनारे बसे मंगन, डिक्नु, सिंगतम और रंगपो बाज़ार के निवासी ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं। पड़ोसी राज्य बंगाल के तीस्ता बाज़ार में भी बाढ़ जैसी स्थिति है।
राहत और बचाव कार्य
राज्य सरकार ने राहत, बचाव और नुकसान के आकलन के लिए प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों की एक टीम भेजी है। उत्तर सिक्किम में कोई मोबाइल नेटवर्क काम नहीं कर रहा है, जिससे संचार समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।