नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। उत्तर-पश्चिम भारत में जारी भीषण गर्मी के बीच राहत की खबर आई है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने केरल और पूर्वोत्तर राज्यों में एक साथ, तय समय से दो दिन पहले ही दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने कहा कि अगले 4-5 दिनों में पूर्वोत्तर में भारी बारिश होगी, जिसका असर यह होगा कि उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य भारत में लू का प्रकोप नहीं रहेगा।
केरल: केरल में मॉनसून के आगमन की सामान्य तिथि 1 जून है, लेकिन इस बार यह 30 जून को पहुंचा है।
24 घंटों में कर्नाटक-तमिलनाडु पहुंचेगा: मौसम विभाग ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों में पूर्वोत्तर में भारी बारिश की संभावना है, जिसका असर दिल्ली, हरियाणा, यूपी, पंजाब और मध्य भारत के सभी उत्तर-पश्चिमी राज्यों में भी दिखाई देगा और लू से राहत मिलेगी। विभाग ने कहा कि देश के शहरों में मॉनसून के आगमन की तिथियाँ इस प्रकार हैं:
केरल: 1 जून
चेन्नई: 4 जून
मुंबई: 11 जून
रायपुर: 16 जून
जमशेदपुर: 14 जून
आइजोल: 5 जून
मॉनसून के अगले चौबीस घंटों में कर्नाटक और तमिलनाडु के हिस्सों में भी कवर करने की संभावना है। दूसरी ओर, उत्तर-पूर्व में असम, मेघालय और त्रिपुरा के बाकी हिस्सों में भी मॉनसून पहुंचेगा। इसके अलावा, मॉनसून लक्षद्वीप, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्सों में भी पहुंचने के लिए तैयार है।
चक्रवात रेमल के बाद आइजोल में भारी बारिश के बाद खुमान लापाक स्टेडियम जलमग्न हो गया। भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है। कई लोगों की जान चली गई है, जबकि हजारों प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सीनापति जिले में थोंग्लांग रोड पर भारी बारिश से हुए भूस्खलन में 34 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, असम राइफल्स के जवानों ने मणिपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लगभग 1,000 लोगों को बचाया है। मिजोरम के आइजोल जिले में एक और शव बरामद किया गया, जिसके बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई।
मणिपुर में बाढ़ से तीन लोगों की मौत, हजारों बेघर हो गए। मणिपुर के इंफाल घाटी में भारी बारिश से आई बाढ़ में तीन लोगों की मौत हो गई।
मॉनसून 18 जून को पहुंचा:
चंडीगढ़: 3 जुलाई
लद्दाख: 20 जून
पिथौरागढ़: 27 जून
आगरा: 30 जून
वाराणसी: 20 जून
ग्वालियर: 16 जून
अजमेर: 1 जुलाई
लखनऊ: 23 जून
आजमगढ़: 23 जून
छपरा: 20 जून
दिल्ली: 26 जून
भिवानी: 23 जून
सबसे बड़ी बात यह है कि केरल के एक हिस्से में मॉनसून के प्रवेश के साथ ही, मॉनसून ने नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश के चार पूर्वोत्तर राज्यों को भी पूरी तरह कवर कर लिया है। यह त्रिपुरा के अधिकांश हिस्सों में भी पहुंच गया है। सामान्यतः, मॉनसून केरल पहुंचने के एक या दो दिन बाद पूर्वोत्तर में पहुंचता है।