बलिया। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 1806 पेड़ काटने की योजना बनाई गई है। इन पेड़ों की भरपाई के लिए वन विभाग ने एक पेड़ काटने पर दस पेड़ लगाने का संकल्प लिया है।
जिले को अधिक हरित बनाने के उद्देश्य से वन विभाग इस बार 60 लाख से अधिक पौधारोपण करेगा। इस अभियान में जिले के सभी विभाग सक्रिय रूप से भाग लेंगे।
इस वर्ष के वृक्षारोपण में आम, अमरूद, सागौन, शीशम और जल्दी बढ़ने वाले पौधों को प्राथमिकता दी जाएगी। पहली बार मलबार नीम और महुआ के पौधे भी लगाए जाएंगे, जो आठ से नौ वर्षों में परिपक्व हो जाते हैं।
वन अधिकारियों ने बताया कि किसान अपने खेतों में मलबार नीम के पौधे लगाकर आठ वर्षों में 50 लाख रुपये तक की आय कर सकते हैं।
सड़क और अन्य निर्माण कार्यों के दौरान जिले में कुल 6429 पेड़ काटे जाएंगे। इन पेड़ों की भरपाई के लिए वन विभाग और अन्य संबंधित संस्थान वर्षा ऋतु में वृक्षारोपण करेंगे।
कदम्ब चौराहे से मालदेपुर रोड के चौड़ीकरण के दौरान 41 पेड़ काटे गए हैं। कार्यकारी संस्थान ने इनके बदले भी पौधारोपण की योजना बनाई है।
वन विभाग इस बार आम जनता को वृक्षारोपण के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न नई प्रजातियों के पौधे लगाएगा। इनमें फलदार वृक्ष जैसे आम, अमरूद, कटहल और लीची शामिल होंगे।
वन अधिकारी विमल आनंद ने कहा कि मलबार नीम के पौधों को जिले में पहली बार लगाया जाएगा। इस वृक्षारोपण अभियान के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और सरकार से निर्देश मिलते ही यह अभियान शुरू कर दिया जाएगा।